नई दिल्ली: शिवसेना (UBT) प्रमुख Uddhav Thackeray ने केंद्र की भाजपा-नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) सरकार पर बृहस्पतिवार को एक तीखा हमला बोला है। उन्होंने आरोप लगाया कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का “मजाक उड़ा रहे हैं” और सरकार उन्हें कड़ा जवाब देने में पूरी तरह से असमर्थ है। ठाकरे ने कहा कि यह सरकार विदेश नीति के मोर्चे पर विफल रही है, जो देश के लिए एक बड़ी चिंता का विषय है।
यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है, जब ट्रंप ने भारत से आयातित उत्पादों पर अतिरिक्त 25% शुल्क लगाया है, जिससे कुल शुल्क 50% हो गया है। यह कदम भारत द्वारा रूसी तेल की खरीद जारी रखने के लिए एक तरह से दंड के रूप में देखा जा रहा है। ठाकरे ने कहा कि इस तरह की चुनौतियों से निपटने के लिए देश को एक मज़बूत प्रधानमंत्री और मंत्रियों की ज़रूरत है, लेकिन वर्तमान सरकार इस कसौटी पर खरी नहीं उतर पा रही है।
विदेश नीति पर सरकार विफल: Uddhav Thackeray
Uddhav Thackeray ने सरकार की विदेश नीति की आलोचना करते हुए कहा कि जब ट्रंप खुले तौर पर भारत और उसके प्रधानमंत्री पर हमला कर रहे हैं, तो सरकार चुप है। उन्होंने कहा, “ट्रंप भारत और नरेन्द्र मोदी का मजाक उड़ा रहे हैं। हम उन्हें जवाब देने में असमर्थ हैं, उनसे जवाब माँगना तो दूर की बात है।”
ठाकरे ने कहा कि देश को एक मज़बूत प्रधानमंत्री के साथ-साथ एक मज़बूत गृह मंत्री, एक मज़बूत रक्षा मंत्री और एक मज़बूत विदेश मंत्री की ज़रूरत है। उनका यह बयान मौजूदा कैबिनेट पर एक बड़ा सवाल खड़ा करता है और यह दर्शाता है कि वे सरकार के प्रमुख मंत्रियों के प्रदर्शन से संतुष्ट नहीं हैं।
अमित शाह पर निशाना: प्रचार मंत्री की तरह काम कर रहे हैं
Uddhav Thackeray ने प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर भी व्यक्तिगत हमला किया। उन्होंने आरोप लगाया कि ये दोनों नेता भारतीय जनता पार्टी (BJP) के “प्रचार मंत्री” की तरह काम कर रहे हैं, जबकि देश को मौजूदा चुनौतियों से निपटने के लिए एक प्रधानमंत्री और गृह मंत्री की ज़रूरत है।
अपने आरोप को साबित करने के लिए उन्होंने एक उदाहरण भी दिया। ठाकरे ने कहा, “यदि मोदी देश के प्रधानमंत्री होते, तो वह पहलगाम जाते, लेकिन उन्होंने बिहार जाना चुना।” यह बयान उन्होंने उस समय दिया, जब प्रधानमंत्री बिहार में एक रैली को संबोधित कर रहे थे।
राज ठाकरे से पुनर्मिलन की अटकलों को किया खारिज
राजनीतिक अटकलों पर विराम लगाते हुए उद्धव ठाकरे ने विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन के प्रति अपनी पूरी प्रतिबद्धता दोहराई। हाल ही में यह अटकलें लगाई जा रही थीं कि उनकी पार्टी अपने चचेरे भाई और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के प्रमुख राज ठाकरे के साथ फिर से जुड़ सकती है और ‘इंडिया’ गठबंधन से अलग होकर चुनाव लड़ सकती है।
Uddhav Thackeray ने इन सभी अटकलों को खारिज करते हुए कहा, “राज ठाकरे के बारे में बात करने की कोई ज़रूरत नहीं है। विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन का हिस्सा बनने के लिए कोई शर्त नहीं है। जहाँ तक राज की बात है, हम दोनों भाई अपने रुख पर अडिग हैं। हम दोनों इस मामले को आपस में सुलझा लेंगे।” यह बयान ठाकरे की ‘इंडिया’ गठबंधन के प्रति मज़बूत निष्ठा को दिखाता है।
शिंदे पर तंज: गद्दार तो गद्दार ही होता है
Uddhav Thackeray ने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर भी तंज कसा। जब उनसे पूछा गया कि शिंदे भी प्रधानमंत्री और गृह मंत्री से मिलने के लिए राष्ट्रीय राजधानी में मौजूद हैं, तो ठाकरे ने कोई सीधी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
उन्होंने कहा, “गद्दार तो गद्दार ही होता है। मैं उन्हें ज़्यादा अहमियत नहीं देता। हो सकता है वह अपने मालिकों से मिलने आए हों।” यह टिप्पणी एकनाथ शिंदे के अपनी पार्टी से अलग होने और भाजपा के साथ सरकार बनाने के बाद से चली आ रही ठाकरे की राजनीतिक लड़ाई को दर्शाती है।
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