नई दिल्ली: जुलाई महीने में इलेक्ट्रिक यात्री वाहनों (Electric Passenger Vehicles) की खुदरा बिक्री (retail sales) में साल-दर-साल 93% की भारी वृद्धि हुई है। फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (FADA) की एक नई रिपोर्ट के अनुसार, इस शानदार ग्रोथ में सबसे बड़ा योगदान टाटा मोटर्स (Tata Motors) का रहा है, जिसने अपनी मज़बूत बाज़ार पकड़ साबित की है।
FADA द्वारा जारी किए गए आँकड़ों के मुताबिक, पिछले महीने कुल 15,528 इलेक्ट्रिक पैसेंजर व्हीकल्स का पंजीकरण (registration) हुआ, जबकि पिछले साल इसी महीने में यह आँकड़ा 8,037 इकाइयों का था।
Electric Passenger Vehicles – टाटा मोटर्स का दबदबा
टाटा मोटर्स 6,047 यूनिट्स की बिक्री के साथ इस सेक्टर में सबसे आगे रही। पिछले साल जुलाई में इसकी बिक्री 5,100 यूनिट्स थी, यानी इस साल इसने 19% की सालाना वृद्धि दर्ज की है। यह आँकड़ा दिखाता है कि भारतीय ग्राहकों में टाटा की इलेक्ट्रिक गाड़ियों पर भरोसा लगातार बढ़ रहा है।
अलग-अलग सेगमेंट्स का हाल: कहीं उछाल, कहीं गिरावट
हालाँकि, EV सेगमेंट में सभी वाहनों की ग्रोथ एक जैसी नहीं रही।
– इलेक्ट्रिक दोपहिया (Electric Two-wheelers): इस सेगमेंट में जुलाई में थोड़ी निराशा हाथ लगी। बिक्री साल-दर-साल 4% घटकर 1,02,973 यूनिट्स रही, जो पिछले साल 1,07,655 यूनिट्स थी। हालाँकि, इस सेगमेंट में TVS मोटर कंपनी 22,256 यूनिट्स की बिक्री के साथ टॉप पर रही और उसने अपनी बिक्री में 13% की बढ़ोतरी दर्ज की।
– इलेक्ट्रिक तिपहिया (Electric Three-wheelers): इस सेगमेंट ने अच्छा प्रदर्शन किया। बिक्री में साल-दर-साल 9% की वृद्धि देखी गई और यह 69,146 यूनिट्स तक पहुंच गई। यहाँ महिंद्रा समूह (Mahindra Group) 9,766 यूनिट्स के साथ सबसे आगे रहा, जिसने अपनी बिक्री में 40% की शानदार ग्रोथ दर्ज की।
– इलेक्ट्रिक कमर्शियल व्हीकल्स (Electric Commercial Vehicles): इस सेगमेंट में भी जोरदार उछाल देखने को मिला। खुदरा बिक्री 52% बढ़कर 1,244 यूनिट्स हो गई। इस सेक्टर में भी टाटा मोटर्स 333 यूनिट्स के साथ सबसे आगे रही।
FADA अध्यक्ष का बयान: EV बन रहे हैं मुख्यधारा का हिस्सा
FADA के अध्यक्ष सी. एस. विग्नेश्वर ने इन नतीजों पर टिप्पणी करते हुए कहा, “यह गति इस बात का संकेत है कि भारत का इलेक्ट्रिक वाहन बाज़ार अब मुख्यधारा के उपभोक्ता और बेड़े बाज़ारों में तेज़ी से अपनी जगह बना रहा है।” उनका मानना है कि आने वाले समय में EVs हमारी सड़कों पर एक आम नज़ारा होंगे।
ग्रोथ को बनाए रखने के लिए 3 ज़रूरी बातें
विग्नेश्वर ने यह भी बताया कि इस तेज़ ग्रोथ को बनाए रखने के लिए किन तीन चीज़ों पर ध्यान देना सबसे ज़्यादा ज़रूरी है:
1. नीतिगत समर्थन (Policy Support): सरकार से लगातार नीतिगत समर्थन मिलता रहना चाहिए।
2. सुलभ फाइनेंसिंग (Accessible Financing): ग्राहकों को EVs खरीदने के लिए आसान और सुलभ फाइनेंसिंग विकल्प मिलने चाहिए।
3. चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर (Charging Infrastructure): चार्जिंग स्टेशनों का तेज़ी से विस्तार होना बहुत ज़रूरी है, ताकि लोगों को EV इस्तेमाल करने में कोई असुविधा न हो।
जुलाई के आँकड़े दिखाते हैं कि भले ही कुछ सेगमेंट्स में उतार-चढ़ाव हो, लेकिन इलेक्ट्रिक वाहनों का भविष्य बहुत उज्ज्वल है। खासकर पैसेंजर व्हीकल्स में 93% की ग्रोथ भारत के लिए एक गेम-चेंजर साबित हो सकती है।
Latest Business News in Hindi, Stock Market Updates सबसे पहले मिलेंगे आपको सिर्फ Business Buzz Times पर. बिजनेस न्यूज़ और अन्य देश से जुड़ी खबरें से जुड़े अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें Facebook पर ज्वॉइन करें, Twitter(X) पर फॉलो करें और Youtube Channel सब्सक्राइब करे।