नई दिल्ली: Tata Power-DDL : राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में इलेक्ट्रिक वाहनों (EVs – Electric Vehicles) को बढ़ावा देने और उनके लिए चार्जिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया गया है। टाटा पावर दिल्ली डिस्ट्रिब्यूशन लिमिटेड (Tata Power-DDL) और मैग्ना युमा प्राइवेट लिमिटेड (Magna Yuma Private Limited) ने इलेक्ट्रिक वाहनों की बैटरी बदलने की सुविधा (battery swapping facility) देने वाले स्टेशनों की स्थापना के लिए साझेदारी की घोषणा की है। यह पहल दिल्ली में हरित और स्मार्ट परिवहन (green and smart transportation) समाधानों को गति देने की सरकार और निजी क्षेत्र की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
Tata Power-DDL साझेदारी का विवरण: कौन क्या करेगा?
बिजली वितरण कंपनी टाटा पावर-डीडीएल ने मंगलवार, 29 जुलाई 2025 को एक बयान में बताया कि इस समझौते के तहत:
– टाटा पावर-डीडीएल (Tata Power-DDL) बैटरी अदला-बदली करने वाले स्टेशनों की स्थापना के लिए जगह मुहैया कराएगी (provide space)। टाटा पावर-डीडीएल दिल्ली के उत्तरी क्षेत्र में लगभग 90 लाख लोगों को बिजली आपूर्ति करने वाली एक अग्रणी बिजली वितरण कंपनी है, और इसके पास ऐसे स्थानों की अच्छी पहुंच है जो इन स्टेशनों के लिए उपयुक्त हो सकते हैं।
– मैग्ना युमा (Magna Yuma) इन स्टेशनों के डिज़ाइन (design), खरीद (procurement), स्थापना (installation) और रखरखाव (maintenance) की जिम्मेदारी निभाएगी। यह साझेदारी दोनों कंपनियों की विशेषज्ञता का लाभ उठाएगी – टाटा पावर-डीडीएल की इन्फ्रास्ट्रक्चर पहुंच और मैग्ना युमा की तकनीकी क्षमता।
Tata Power-DDL शुरुआती चरण और स्थान
शुरुआती चरण में, मैग्ना युमा दिल्ली के शालीमार बाग स्थित टाटा पावर-डीडीएल के ग्रिड सबस्टेशनों (grid substations) – सेंटर ग्रिड (Center Grid) और बादली ग्रिड (Badli Grid) में दो बैटरी अदला-बदली स्टेशन लगाएगी। इन रणनीतिक स्थानों पर स्टेशनों की स्थापना से इलेक्ट्रिक वाहन उपयोगकर्ताओं के लिए बैटरी बदलना आसान हो जाएगा, जिससे वे बिना किसी लंबे इंतजार के अपनी यात्रा जारी रख सकेंगे। यह विशेष रूप से उन कमर्शियल इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए फायदेमंद होगा, जिन्हें लगातार ऑपरेशन में रहने की आवश्यकता होती है।
हरित परिवहन को गति देने की प्रतिबद्धता
टाटा पावर-डीडीएल के मुख्य कार्यपालक अधिकारी द्विजदास बसाक (Dwjidas Basak) ने कहा, “यह पहल दिल्ली में हरित और स्मार्ट परिवहन समाधान को गति देने की हमारी प्रतिबद्धता के अनुरूप है।” बैटरी स्वैपिंग (battery swapping) तकनीक इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए एक महत्वपूर्ण समाधान है, क्योंकि यह पारंपरिक चार्जिंग की तुलना में बहुत कम समय में बैटरी बदलने की सुविधा देती है। इससे रेंज की चिंता (range anxiety) कम होती है और इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने में तेज़ी आती है।
भारत में EV पारिस्थितिकी तंत्र का विकास
भारत सरकार इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न नीतियों और प्रोत्साहनों पर काम कर रही है, जैसे कि फेम इंडिया योजना (FAME India scheme)। चार्जिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर और बैटरी स्वैपिंग स्टेशनों का विकास इस पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण है। खासकर दिल्ली जैसे बड़े शहरों में, जहां वायु प्रदूषण एक गंभीर समस्या है, इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देना पर्यावरणीय लक्ष्यों के लिए भी महत्वपूर्ण है।
बैटरी स्वैपिंग मॉडल उन क्षेत्रों में विशेष रूप से प्रभावी हो सकता है जहां वाहनों को लंबे समय तक चार्ज करने की अनुमति नहीं होती है, जैसे कि डिलीवरी फ्लीट, इलेक्ट्रिक तिपहिया वाहन और इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन। यह मॉडल बैटरी की उच्च लागत की समस्या को भी हल कर सकता है, क्योंकि ग्राहक बैटरी के मालिक होने के बजाय उसे ‘किराये’ पर ले सकते हैं।