Anand Mahindra बोले- American Consumers के ‘दिल-दिमाग’ को जीत सकते हैं भारतीय मूल के लोग

Join whatsapp channel Join Now
Join Telegram Group Join Now

नई दिल्ली: महिंद्रा समूह के चेयरमैन आनंद महिंद्रा (Anand Mahindra) भारतीय मूल के पेशेवरों के वैश्विक मंच पर छा जाने से बेहद उत्साहित हैं। आनंद महिंद्रा (Anand Mahindra) ने मंगलवार, 29 जुलाई 2025 को कहा कि भारतीय-अमेरिकी नेतृत्व न केवल तकनीक में आगे है, बल्कि अमेरिकी उपभोक्ताओं के दिलो-दिमाग (hearts and minds) को भी जीत सकता है। उन्होंने अपनी बात को साबित करने के लिए अमेरिकी कंपनी प्रॉक्टर एंड गैंबल (P&G – Procter & Gamble) के अगले मुख्य कार्यपालक अधिकारी (CEO – Chief Executive Officer) के रूप में भारत में जन्मे शैलेश जेजुरिकर (Shailesh Jejurikar) की नियुक्ति का उदाहरण दिया। यह नियुक्ति भारतीय प्रतिभा की वैश्विक स्वीकार्यता और प्रभाव को दर्शाती है।

जेजुरिकर की नियुक्ति: महिंद्रा समूह के लिए विशेष अर्थ

शैलेश जेजुरिकर की प्रस्तावित पदोन्नति की खबर पर प्रतिक्रिया देते हुए, आनंद महिंद्रा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पहले ट्विटर) पर पोस्ट किया कि इस खबर का महिंद्रा समूह के लिए एक विशेष अर्थ है। उन्होंने खुलासा किया, “शैलेश हमारे अपने राजेश जेजुरिकर, कार्यकारी निदेशक और सीईओ (ऑटो और कृषि क्षेत्र) एमएंडएम लिमिटेड के छोटे भाई हैं।” यह पारिवारिक संबंध इस उपलब्धि को महिंद्रा समूह के लिए और भी गर्व का विषय बनाता है।

ब्रांड निर्माण में भारतीय-अमेरिकी नेतृत्व की महारत

आनंद महिंद्रा ने अपनी पोस्ट में प्रॉक्टर एंड गैंबल की ब्रांड बनाने में महारत का ज़िक्र किया, जिसने पीढ़ियों से उपभोक्ता व्यवहार को परिभाषित किया है। उन्होंने कहा, “प्रॉक्टर एंड गैंबल को ब्रांड बनाने में महारत हासिल है, जिसने पीढ़ियों से उपभोक्ता व्यवहार को परिभाषित किया है। शैलेश जेजुरिकर की सीईओ के रूप में नियुक्ति एक बार फिर साबित करती है कि भारतीय-अमेरिकी नेतृत्व न केवल तकनीक में आगे हैं, बल्कि अमेरिकी उपभोक्ताओं के दिल-दिमाग को भी जीत सकते हैं।”

यह टिप्पणी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह सिर्फ तकनीकी कौशल तक ही सीमित नहीं है, बल्कि नेतृत्व, नवाचार और उपभोक्ता मनोविज्ञान को समझने की क्षमता को भी उजागर करती है, जो किसी भी सफल ब्रांड के लिए महत्वपूर्ण है।

Anand Mahindra ‘हमारा विस्तारित परिवार हमारा गौरव है!’

राजेश जेजुरिकर के साथ शैलेश के संबंधों पर प्रकाश डालते हुए, आनंद महिंद्रा ने लिखा, “हमारा ‘विस्तारित परिवार’ (extended family) हमारा गौरव है!… बधाई हो शैलेश… आगे बढ़ते रहो!” यह व्यक्तिगत स्पर्श दिखाता है कि भारतीय व्यावसायिक समुदाय कैसे एक-दूसरे की सफलताओं का जश्न मनाता है।

पीएंडजी ने एक बयान में कहा कि 1989 में कंपनी में सहायक ब्रांड प्रबंधक (assistant brand manager) के रूप में शामिल हुए 58 वर्षीय शैलेश जेजुरिकर, शीर्ष नेतृत्व परिवर्तन (top leadership change) के तहत जॉन मोलर की जगह लेंगे। वह पिछले छह वर्षों से पीएंडजी के मुख्य परिचालन अधिकारी (COO – Chief Operating Officer) के रूप में काम कर रहे थे। एक सहायक ब्रांड प्रबंधक से सीईओ के पद तक का उनका सफ़र उनकी कड़ी मेहनत, समर्पण और नेतृत्व क्षमताओं का प्रमाण है।

भारतीय प्रवासियों का बढ़ता वैश्विक प्रभाव

शैलेश जेजुरिकर की यह नियुक्ति उन कई भारतीय मूल के पेशेवरों की लंबी सूची में शामिल हो गई है, जिन्होंने दुनिया की कुछ सबसे बड़ी और प्रभावशाली कंपनियों में शीर्ष नेतृत्व के पद संभाले हैं। सुंदर पिचाई (Google), सत्य नडेला (Microsoft), अरविंद कृष्णा (IBM), शांतनु नारायण (Adobe), और रेवती अद्वैथी (Flex) जैसे नाम भारतीय प्रतिभा के वैश्विक प्रभुत्व के कुछ प्रमुख उदाहरण हैं।

ये नियुक्तियां दर्शाती हैं कि भारतीय प्रवासी न केवल तकनीकी क्षेत्रों में उत्कृष्टता प्राप्त कर रहे हैं, बल्कि उपभोक्ता-सामना करने वाले व्यवसायों, वित्त, स्वास्थ्य सेवा और अन्य क्षेत्रों में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। उनकी बहुसांस्कृतिक पृष्ठभूमि, अनुकूलनशीलता, मजबूत कार्य नैतिकता और समस्या-समाधान कौशल को अक्सर उनकी सफलता के लिए प्रमुख कारकों के रूप में उद्धृत किया जाता है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

RELATED NEWS

Breaking News