Friday, August 1, 2025

Sona Comstar के शेयरधारकों ने संजय कपूर की Wife को Non-Executive Director नियुक्त किया, परिवार में विवाद जारी!

नई दिल्ली: वाहन कलपुर्जा बनाने वाली प्रमुख कंपनी सोना बीएलडब्ल्यू प्रिसिजन फोर्जिंग्स लिमिटेड (Sona BLW Precision Forgings Limited), जिसे आमतौर पर सोना कॉमस्टार (Sona Comstar) के नाम से जाना जाता है, में एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम सामने आया है। कंपनी के शेयरधारकों (shareholders) ने आवश्यक बहुमत के साथ प्रिया सचदेव कपूर (Priya Sachdev Kapur) को कंपनी का गैर-कार्यकारी निदेशक (Non-Executive Director) नियुक्त करने को मंज़ूरी दे दी है। यह फैसला ऐसे समय में आया है जब कंपनी के दिवंगत पूर्व चेयरमैन संजय कपूर के परिवार के भीतर नियंत्रण को लेकर विवाद चल रहा है।

प्रिया की नियुक्ति और Sona Comstar AGM का फैसला

सोना कॉमस्टार ने शेयर बाजार को दी सूचना में बताया कि शेयरधारकों ने 25 जुलाई, 2025 को हुई वार्षिक आम बैठक (AGM – Annual General Meeting) में प्रिया की नियुक्ति को मंज़ूरी दी। प्रिया को 23 जून, 2025 से गैर-कार्यकारी निदेशक के रूप में अतिरिक्त निदेशक (Additional Director) नियुक्त किया गया है। यह नियुक्ति दिवंगत चेयरमैन संजय कपूर (Sanjay Kapur) की पत्नी के रूप में उनके परिवार के जुड़ाव और कंपनी में उनकी भूमिका को दर्शाती है।

Sona Comstar में नए चेयरमैन की नियुक्ति

सोना कॉमस्टार के चेयरमैन संजय कपूर का 12 जून, 2025 को लंदन में पोलो खेलते समय दुःखद निधन हो गया था। उनके आकस्मिक निधन ने कंपनी में एक नेतृत्व शून्य पैदा कर दिया था। उनके निधन के बाद, कंपनी के निदेशक मंडल (Board of Directors) ने सर्वसम्मति से 23 जून, 2025 को जेफरी मार्क ओवरली (Jeffrey Mark Overly) को चेयरमैन नियुक्त किया। यह कदम कंपनी के संचालन में स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया था।

Sona Comstar का पारिवारिक विवाद 

इस बीच, संजय कपूर की मां और सोना समूह की पूर्व चेयरपर्सन रानी कपूर (Rani Kapur) ने 24 जुलाई, 2025 को निदेशक मंडल को एक पत्र लिखा, जिसमें उन्होंने गंभीर आरोप लगाए। रानी कपूर ने आरोप लगाया कि “जहां परिवार पिछले महीने संजय की मृत्यु पर शोक मना रहा था, तो वहीं कुछ लोगों ने नियंत्रण छीनने और पारिवारिक विरासत हड़पने के लिए इसे उपयुक्त समय के रूप में चुना।”

यह आरोप कंपनी के भीतर एक बड़े पारिवारिक विवाद और नियंत्रण की लड़ाई का संकेत देता है। रानी कपूर का बयान कंपनी के भविष्य के लिए चिंताएं बढ़ा सकता है, खासकर जब शेयरधारकों ने संजय कपूर की पत्नी को बोर्ड में शामिल करने का फैसला किया है। यह देखना बाकी है कि यह आंतरिक विवाद कंपनी के संचालन और उसकी बाज़ार में स्थिति को कैसे प्रभावित करेगा।

Sona Comstar में आगे की राह और चुनौतियां

सोना कॉमस्टार, जो वाहन कलपुर्जा उद्योग में एक प्रमुख खिलाड़ी है, को अब इन आंतरिक चुनौतियों के बीच अपने परिचालन और विकास योजनाओं पर ध्यान केंद्रित करना होगा। प्रिया सचदेव कपूर की नियुक्ति बोर्ड में परिवार का प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करती है, लेकिन रानी कपूर द्वारा लगाए गए आरोप बताते हैं कि परिवार के भीतर सौहार्द अभी बहाल नहीं हुआ है।

कंपनी को न केवल बाज़ार की प्रतिस्पर्धा का सामना करना होगा, बल्कि अपने कॉर्पोरेट प्रशासन (corporate governance) और आंतरिक स्थिरता को भी बनाए रखना होगा ताकि निवेशकों का विश्वास बना रहे। शेयरधारक और बाज़ार विश्लेषक कंपनी के भविष्य के कदमों और इस पारिवारिक विवाद के समाधान पर करीब से नज़र रखेंगे। यह मामला भारतीय कॉर्पोरेट परिदृश्य में पारिवारिक व्यवसायों के सामने आने वाली चुनौतियों को भी उजागर करता है।

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