नई दिल्ली: भारत के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार और निवेश को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले भारतीय निर्यात-आयात बैंक (Export-Import Bank of India – Exim Bank) ने सरकार को एक बड़ी राशि हस्तांतरित की है। एक्जिम बैंक ने मंगलवार को घोषणा की कि उसने बीते वित्त वर्ष 2024-25 के शुद्ध लाभ (net profit) में से ₹325 करोड़ की राशि सरकार को दी है। यह राशि सीधे भारत सरकार को दी गई है, क्योंकि एक्जिम बैंक सरकार के पूर्ण स्वामित्व वाला संस्थान है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को सौंपा गया चेक
एक्जिम बैंक के बयान के अनुसार, बैंक की प्रबंध निदेशक हर्षा बंगारी (Harsha Bangari) ने वित्त और कॉर्पोरेट कार्य मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) को वित्त वर्ष 2024-25 के लिए शुद्ध लाभ के तहत ₹325 करोड़ हस्तांतरित किए जाने की रसीद सौंपी। यह एक औपचारिक प्रक्रिया है जो सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों द्वारा सरकार को अपने लाभ का एक हिस्सा देने के लिए अपनाई जाती है।
एक्जिम बैंक का शानदार वित्तीय प्रदर्शन: 29% की वृद्धि
यह उल्लेखनीय है कि वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान, एक्जिम बैंक का शुद्ध लाभ सालाना आधार पर (year-on-year basis) 29 प्रतिशत बढ़कर ₹3,243 करोड़ रहा। यह वृद्धि बैंक के मजबूत वित्तीय प्रदर्शन और निर्यात वित्तपोषण में उसकी बढ़ती भूमिका को दर्शाती है। बैंक ने विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की, जो भारत के व्यापार और निवेश तथा साझेदार देशों की विकासात्मक प्राथमिकताओं को समर्थन देने की उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह दर्शाता है कि कैसे बैंक अपनी वित्तीय स्थिरता के साथ-साथ देश के निर्यात लक्ष्यों को प्राप्त करने में भी सहायक रहा है।
एक्जिम बैंक की भूमिका: भारत का राष्ट्रीय निर्यात वित्त संस्थान
एक्जिम बैंक सरकार के पूर्ण स्वामित्व वाला देश का राष्ट्रीय निर्यात वित्त संस्थान (national export finance institution) है। इसकी स्थापना भारतीय व्यवसायों को अंतर्राष्ट्रीय व्यापार और निवेश में मदद करने के लिए की गई थी।
बैंक मुख्य रूप से भारत के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार एवं निवेश (international trade and investment) के वित्तपोषण (financing), उसे सुगम बनाने (facilitating) और बढ़ावा देने (promoting) का काम करता है। इसके अलावा, यह भारतीय उद्यमों की अंतर्राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धी क्षमता (international competitiveness) बढ़ाने में भी योगदान देता है। एक्जिम बैंक भारतीय निर्यातकों को विभिन्न प्रकार की वित्तीय सहायता और परामर्श सेवाएं प्रदान करता है, जिससे उन्हें वैश्विक बाजारों में प्रतिस्पर्धा करने में मदद मिलती है।
इन सेवाओं में शामिल हैं:
* दीर्घकालिक ऋण (Long-term loans): भारतीय निर्यातकों को बड़े प्रोजेक्ट्स और निवेश के लिए वित्तीय सहायता।
* कार्यशील पूंजी वित्त (Working capital finance): निर्यात चक्र को सुगम बनाने के लिए अल्पकालिक वित्तपोषण।
* निर्यात ऋण बीमा (Export credit insurance): निर्यातकों को भुगतान जोखिम से सुरक्षा।
* परियोजना वित्त (Project finance): विदेशों में भारतीय कंपनियों द्वारा चलाए जा रहे बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के लिए वित्तपोषण।
* परामर्श सेवाएं (Advisory services): अंतर्राष्ट्रीय व्यापार और निवेश रणनीतियों पर मार्गदर्शन।
एक्जिम बैंक द्वारा सरकार को दिया गया यह लाभ दर्शाता है कि यह संस्था न केवल अपने वित्तीय लक्ष्यों को पूरा कर रही है, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था में भी सक्रिय रूप से योगदान दे रही है। यह भारत के निर्यात को बढ़ावा देने और वैश्विक व्यापार में उसकी स्थिति को मजबूत करने के सरकार के प्रयासों में एक महत्वपूर्ण कड़ी है।