Friday, August 1, 2025

धीरज जी हिंदुजा की अगुवाई में Ashok Leyland ग्लोबल मार्केट में बड़ा खिलाड़ी बनने को तैयार, Digitalization पर फोकस

नई दिल्ली: भारत की प्रमुख वाणिज्यिक वाहन निर्माता कंपनी अशोक लेलैंड (Ashok Leyland) अब वैश्विक बाजार में अपनी पहचान बनाने के लिए कमर कस रही है। कंपनी के चेयरमैन धीरज जी हिंदुजा (Dheeraj G Hinduja) ने बताया कि अशोक लेलैंड विद्युतीकरण (electrification) और आपूर्ति श्रृंखला (supply chain) की चुनौतियों सहित उभरते बाजार और वैश्विक रुझानों (global trends) के अनुरूप खुद को ढालने के लिए एक सक्रिय रुख अपना रही है। कंपनी की वार्षिक रिपोर्ट 2024-25 में शेयरधारकों (shareholders) को संबोधित करते हुए, हिंदुजा ने स्पष्ट किया कि अशोक लेलैंड का इरादा दुनिया की प्रमुख वाणिज्यिक वाहन विनिर्माता (leading commercial vehicle manufacturer) बनने का है।

 

वाणिज्यिक वाहन क्षेत्र में बड़ा बदलाव: LNG, हाइड्रोजन और डिजिटलीकरण का दौर

हिंदुजा ने रेखांकित किया कि वाणिज्यिक वाहन और परिवहन क्षेत्र वर्तमान में बड़े बदलाव के दौर से गुजर रहे हैं। उन्होंने कुछ प्रमुख बदलावों का जिक्र किया:

* विद्युतीकरण में तेजी: इलेक्ट्रिक वाहन (electric vehicles – EVs) तेजी से वाणिज्यिक क्षेत्र में अपनी जगह बना रहे हैं।

* वैकल्पिक ईंधन (Alternative Fuels): एलएनजी (LNG) और हाइड्रोजन (hydrogen) से चलने वाले वाहन अब केवल अवधारणा (concept) नहीं रहे, बल्कि वाणिज्यिक वास्तविकता (commercial reality) बन रहे हैं। यह परिवहन के लिए टिकाऊ समाधानों की ओर एक महत्वपूर्ण बदलाव है।

* डिजिटलीकरण और संपर्क (Digitization and Connectivity): डिजिटलीकरण और कनेक्टिविटी बेड़े के प्रबंधन (fleet management), बिक्री बाद सेवा (after-sales service) और संपूर्ण ग्राहक अनुभव (overall customer experience) को नया आकार दे रहे हैं। टेलीमैटिक्स (telematics) और डेटा एनालिटिक्स (data analytics) अब वाणिज्यिक वाहनों के संचालन का एक अभिन्न अंग बन रहे हैं।

* वैश्विक व्यापार और आपूर्ति श्रृंखलाओं का नया स्वरूप: वैश्विक व्यापार और आपूर्ति श्रृंखलाओं को भी नया रूप दिया जा रहा है, जिससे कंपनियों को अधिक लचीला (resilient) और अनुकूलनीय (adaptable) होने की आवश्यकता है।

हिंदुजा ने कहा कि इन रुझानों से निपटने और उनका लाभ उठाने के लिए, कंपनी एक बहुआयामी और सक्रिय दृष्टिकोण (multi-faceted and proactive approach) अपनाएगी।

 

रणनीतिक निवेश और साझेदारी: नवाचार में अग्रणी

अशोक लेलैंड अपनी महत्वाकांक्षी योजनाओं को साकार करने के लिए कई रणनीतिक पहलों पर काम कर रही है:

* शोध और विकास (R&D) में निरंतर निवेश: कंपनी इलेक्ट्रिक, एलएनजी और हाइड्रोजन से चलने वाले वाहनों के विनिर्माण (manufacturing) में तेजी लाने के लिए शोध और विकास में लगातार निवेश करेगी। यह सुनिश्चित करेगा कि अशोक लेलैंड भविष्य की तकनीकों में सबसे आगे रहे।

* प्रौद्योगिकी साझेदारों और स्टार्टअप कंपनियों के साथ गठजोड़: चेयरमैन ने आगे कहा कि प्रौद्योगिकी साझेदारों और स्टार्टअप कंपनियों के साथ रणनीतिक गठजोड़ (strategic alliances) बनाकर, कंपनी का लक्ष्य नवाचार में आगे रहना है। इसका उद्देश्य उन्नत टेलीमैटिक्स, कनेक्टिविटी और विश्लेषण (analytics) को अपने उत्पादों में सहजता से एकीकृत (seamlessly integrate) करना है। यह कदम वाहनों को और अधिक स्मार्ट और कुशल बनाएगा।

 

निर्यात बाजारों पर फोकस: वैश्विक विस्तार की रणनीति

अशोक लेलैंड केवल घरेलू बाजार तक ही सीमित नहीं रहना चाहती। निर्यात (exports) पर बात करते हुए हिंदुजा ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजारों, विशेष रूप से पश्चिम एशिया (Middle East), अफ्रीका (Africa) और आसियान क्षेत्रों (ASEAN regions) में विकास की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि ये क्षेत्र मजबूत आर्थिक वृद्धि (strong economic growth), बढ़ते बुनियादी ढांचे के निवेश (infrastructure investment) और स्थानीय परिस्थितियों के अनुरूप उन्नत, विश्वसनीय वाणिज्यिक वाहनों की बढ़ती मांग का अनुभव कर रहे हैं।

हिंदुजा ने कहा, “बस और ट्रक दोनों अनुप्रयोगों में हल्के, मध्यम और भारी खंडों में उत्पादों की एक विस्तृत श्रृंखला के साथ, हमारी रणनीति स्थानीय जुड़ाव को और गहरा करने, क्षेत्रीय विनिर्माण और आपूर्ति श्रृंखलाओं का लाभ उठाने और नवीन, टिकाऊ परिवहन समाधानों को स्थापित करने पर केंद्रित होगी।” यह दिखाता है कि कंपनी केवल उत्पाद बेचने पर नहीं, बल्कि क्षेत्रीय आवश्यकताओं के अनुसार समाधान प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है।

 

दुनिया के शीर्ष 10 निर्माताओं में जगह बनाने का लक्ष्य

अशोक लेलैंड का अंतिम लक्ष्य दुनिया के शीर्ष 10 वाणिज्यिक वाहन निर्माताओं (top 10 commercial vehicle manufacturers) में अपनी जगह बनाना है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कंपनी इन प्रमुख क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करेगी:

* निरंतर नवाचार को बढ़ावा देना (Fostering Continuous Innovation): नए उत्पादों और प्रौद्योगिकियों का लगातार विकास।

* वैश्विक उपस्थिति का विस्तार करना (Expanding Global Presence): नए बाजारों में प्रवेश करना और मौजूदा बाजारों में अपनी पकड़ मजबूत करना।

* नए रक्षा अवसरों की खोज करना (Exploring New Defense Opportunities): रक्षा क्षेत्र में अपनी विशेषज्ञता का लाभ उठाना।

* ग्राहक मूल्य और स्थिरता के प्रति अटूट प्रतिबद्धता (Unwavering Commitment to Customer Value and Sustainability): ग्राहकों की जरूरतों को पूरा करते हुए पर्यावरणीय स्थिरता पर भी ध्यान केंद्रित करना।

धीरज हिंदुजा का यह विजन अशोक लेलैंड को सिर्फ एक वाहन निर्माता से कहीं बढ़कर, एक वैश्विक परिवहन समाधान प्रदाता के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक स्पष्ट रोडमैप प्रदान करता है। कंपनी का ध्यान नवाचार, विस्तार और स्थिरता पर है, जो इसे तेजी से बदलते वैश्विक परिदृश्य में प्रतिस्पर्धी बने रहने में मदद करेगा।

 

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