नई दिल्ली: International Police Expo 2025 में ‘मेड इन इंडिया’ का जलवा छाया हुआ है। भारत की रक्षा और सुरक्षा क्षमताओं में आत्मनिर्भरता का दम भरते हुए, ‘मेड इन इंडिया’ हथियार और ड्रोन्स ने दसवें अंतर्राष्ट्रीय पुलिस एक्सपो 2025 (10th International Police Expo 2025) में धूम मचा दी। आज, गुरुवार, 31 जुलाई 2025 को प्रगति मैदान, नई दिल्ली में शुरू हुए इस एक्सपो में 5000 से ज़्यादा पुलिस और रक्षा कर्मियों (over 5000 police and defense personnel) ने हिस्सा लिया, जहाँ अभिनव भारतीय तकनीकों का भव्य प्रदर्शन किया गया।
नेक्सजेन एक्ज़िबिशन्स प्राइवेट लिमिटेड (Nexgen Exhibitions Pvt. Ltd.) द्वारा आयोजित इस एक्सपो का मुख्य उद्देश्य देश की रक्षा और सुरक्षा में क्रांतिकारी बदलाव लाना है। 300 से ज़्यादा कंपनियों (over 300 companies) ने अपने स्टॉल लगाकर अत्याधुनिक नवाचारों को प्रदर्शित किया। इनमें 3D फ़ोरेंसिक मॉडल (3D Forensic Models) से लेकर AI-संचालित बिग डेटा समाधान (AI-powered Big Data solutions) तक शामिल थे, जो क़ानून प्रवर्तन, हथियार और गोला-बारूद, बख़्तरबंद वाहन, सुरक्षा वाहन, स्वायत्त नियंत्रण, और कई अन्य क्षेत्रों में बदलाव लाने की क्षमता रखते हैं।
International Police Expo 2025 ECIL का योगदान
भारत की तकनीकी संप्रभुता और सुरक्षित शासन व्यवस्था के दृष्टिकोण में योगदान देते हुए, भारत सरकार (परमाणु ऊर्जा विभाग) का एक उद्यम, इलेक्ट्रॉनिक कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (ECIL – Electronic Corporation of India Limited), अपने अत्याधुनिक उत्पादों के साथ एक्सपो में मौजूद रहा। ECIL ने कई महत्वपूर्ण उत्पादों का प्रदर्शन किया, जिनमें:
– परीक्षा जैमर (Exam Jammers)
– वीआईपी काफ़िलों के लिए वाहन-माउंटेड जैमर (Vehicle-mounted jammers for VIP convoys)
– ड्रोन-रोधी प्रणालियाँ (Anti-drone systems)
– सीसीटीवी (CCTV)
– एक्सेस कंट्रोल सिस्टम (Access Control Systems)
– आरएफआईडी सिस्टम (RFID Systems)
– एन्क्रिप्शन डिवाइस (Encryption Devices)
– एक्स-रे मशीन (X-ray Machines)
ईसीआईएल के एक प्रतिनिधि ने कहा, “ये नवाचार समाज में सुरक्षा को बढ़ाते हैं, हमारे नेताओं, उद्योगों और हवाई अड्डों जैसे सार्वजनिक स्थानों की सुरक्षा करते हैं। हमारे सिस्टम राष्ट्रपति भवन, संसद भवन और प्रधानमंत्री कार्यालय सहित प्रमुख स्थानों पर स्थापित किए गए हैं।” यह दिखाता है कि ECIL भारत की महत्वपूर्ण सुरक्षा ज़रूरतों को पूरा करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
उन्नत फोरेंसिक तकनीकें और AI का बढ़ता रोल
एक्सपो में पुलिस कर्मियों का रुझान विशेष रूप से 3D फोरेंसिक मॉडल (3D Forensic Models) और AI-संचालित मॉडल (AI-powered Models) जैसी उन्नत तकनीकों की ओर ज़्यादा था। इस क्षेत्र की एक कंपनी, एवीआरडीयूएस टेक्नोलॉजीज़ (AVRDUS Technologies), सटीक 3D समाधानों के साथ जन सुरक्षा को सशक्त बना रही है। वे अपराध स्थलों और दुर्घटना स्थलों को कैप्चर करने के लिए समाधान तैयार कर रहे हैं ताकि पेशेवरों को डेटा का प्रभावी ढंग से विश्लेषण करने में मदद मिल सके।
उनकी तकनीक लेज़र स्कैनर से मापों का डिजिटलीकरण करती है, जो नए BNS नियमों (Bharatiya Nyaya Sanhita – BNS rules) का अनुपालन करती है, जिसके तहत अपराध स्थलों के डिजिटलीकरण को बढ़ाना ज़रूरी है। यह उपकरण मिलीमीटर सटीकता के साथ विस्तृत 3D मॉडल कैप्चर करता है, जिससे डेटा कैप्चर से जुड़ी उन समस्याओं का समाधान होता है जो अक्सर मामलों के समाधान में बाधा बनती हैं। यह सुनिश्चित करता है कि अपराध स्थल की अखंडता डिजिटल रूप से सुरक्षित रहे, जिससे समय के साथ, यहाँ तक कि वर्षों बाद भी, जानकारी तक आसानी से पहुँचा जा सके।
SSS डिफेंस: ‘मेड इन इंडिया’ हथियारों का पूरा परिवार
एसएसएस डिफेंस (SSS Defence) द्वारा निर्मित पैदल सेना के हथियार प्रणालियों (infantry weapon systems) का एक पूरा परिवार, जिसमें पिस्तौल से लेकर स्नाइपर राइफल तक शामिल हैं, एक्सपो के प्रमुख आकर्षणों में से एक था। उनके एक प्रतिनिधि ने बताया, “हमने लगभग आठ अलग-अलग कैलिबर के गोला-बारूद प्रदर्शित किए, जिनमें पिस्तौल के गोलों से लेकर स्नाइपर राइफल के गोला-बारूद तक, सब कुछ शामिल था। इसके अतिरिक्त, हमने अपनी अभिनव मानवरहित विमान-रोधी प्रणाली (unmanned anti-aircraft system) प्रस्तुत की, जो कठोर मारक समाधानों पर केंद्रित थी।”
उन्होंने इस बात पर भी ज़ोर दिया कि उनकी कंपनी निजी क्षेत्र में अद्वितीय है, क्योंकि वे डिज़ाइन से लेकर प्रमाणन तक सभी कार्यों का प्रबंधन विदेशी तकनीक पर निर्भर हुए बिना करते हैं। उनके उत्पाद भारतीय कानून प्रवर्तन एजेंसियों (Indian law enforcement agencies) की सेवा के साथ-साथ अंतर्राष्ट्रीय सैन्य बाज़ारों में भी अपनी पैठ बना रहे हैं। यह ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान की एक बड़ी सफलता है।
मोबाइल डेटा सुरक्षा में श्याम वीएनएल की क्रांति
मोबाइल डेटा सुरक्षा (mobile data security) के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण प्रगति के रूप में, अग्रणी भारतीय प्रौद्योगिकी फर्म, श्याम वीएनएल (Shyam VNL) ने विशेष रूप से सरकारी रणनीतिक भवनों की सुरक्षा के लिए डिज़ाइन किया गया एक अभिनव समाधान प्रस्तुत किया है। यह अत्याधुनिक प्रणाली प्रतिबंधित क्षेत्रों में संचालित मोबाइल फोनों की अद्वितीय अस्वीकृति पहचान (unique denial detection) और सटीक स्थान ट्रैकिंग (precise location tracking) प्रदान करती है।
उनकी नई प्रणाली विशेष रूप से गोपनीय बैठक कक्षों, सुरक्षित संचालन केंद्रों, जेलों और अन्य महत्वपूर्ण बुनियादी ढाँचे में उपयोग के लिए तैयार की गई है। इसका मॉड्यूलर और अनुकूलनीय डिज़ाइन इसे मोबाइल तकनीकों की एक विस्तृत श्रृंखला का समर्थन करने में सक्षम बनाता है, जो इसे संवेदनशील वातावरण की सुरक्षा में एक बहुमुखी उपकरण बनाता है। श्याम वीएनएल के समाधान को जो बात विशिष्ट बनाती है, वह है मोबाइल ऑपरेटरों की सहायता के बिना मोबाइल उपकरणों का पता लगाने और उनका पता लगाने की इसकी अनूठी क्षमता, एक ऐसी विशेषता जिसे पहले कभी वैश्विक स्तर पर लागू नहीं किया गया। यह भारत की नवाचार क्षमता का एक बड़ा उदाहरण है।
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