Adani Group ने चीन की BYD के साथ गठजोड़ की खबरों को किया खारिज, बैटरी निर्माण को लेकर लगाई अटकलों पर रोक!

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नई दिल्ली: Adani Group ने उन सभी खबरों को सिरे से खारिज कर दिया है, जिनमें दावा किया जा रहा था कि वह चीन की कंपनी बीवाईडी (BYD) और बीजिंग वीलियन न्यू एनर्जी टेक्नोलॉजी के साथ गठजोड़ कर रहा है। सोमवार, 4 अगस्त 2025 को अदाणी समूह ने स्पष्ट किया कि वह भारत में बैटरी विनिर्माण (battery manufacturing) और स्वच्छ ऊर्जा प्रौद्योगिकी के लिए किसी भी चीनी कंपनी के साथ साझेदारी की संभावना नहीं तलाश रहा है।

अदाणी एंटरप्राइजेज ने शेयर बाज़ार को दी जानकारी

समूह की प्रमुख कंपनी, अदाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (Adani Enterprises Limited) ने शेयर बाज़ार को दी सूचना में इन खबरों को “गलत” (false) बताया। कंपनी ने कहा, “अदाणी समूह भारत में बैटरी विनिर्माण के लिए बीवाईडी के साथ किसी भी प्रकार के सहयोग की संभावना नहीं तलाश रहा है। इसी तरह, हम बीजिंग वेलायन न्यू एनर्जी टेक्नोलॉजी के साथ भी किसी प्रकार की साझेदारी के लिए कोई चर्चा नहीं कर रहे हैं।” यह बयान उन अटकलों पर विराम लगाता है, जो पिछले कुछ दिनों से बाज़ार में चल रही थीं।

अटकलें और गौतम अदाणी का रुख

कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी (Gautam Adani) भारत में बैटरी बनाने और स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र में अपने प्रयासों को आगे बढ़ाने के लिए बीवाईडी के अधिकारियों के साथ “व्यक्तिगत रूप से चर्चा का नेतृत्व” (personally leading discussions) कर रहे हैं। इन खबरों से यह संकेत मिल रहा था कि अदाणी समूह अपनी हरित ऊर्जा परियोजनाओं को तेज़ी से आगे बढ़ाने के लिए चीनी तकनीक का सहारा ले सकता है। हालाँकि, अब समूह ने खुद इन खबरों का खंडन कर दिया है।

स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र में अदाणी समूह की योजनाएँ

अदाणी समूह पहले से ही स्वच्छ ऊर्जा (clean energy) के क्षेत्र में एक मज़बूत खिलाड़ी है। समूह के पास सौर मॉड्यूल निर्माण (solar module manufacturing) से लेकर पवन ऊर्जा उपकरण (wind energy equipment) और हरित हाइड्रोजन (green hydrogen) तक का विशाल पोर्टफोलियो है।

समूह अपनी इन क्षमताओं को और भी बढ़ा रहा है:
– सौर मॉड्यूल निर्माण: इसे बढ़ाकर 10 गीगावाट प्रति वर्ष (10 GW per year) तक किया जा रहा है।
– पवन टरबाइन निर्माण: इसकी क्षमता को लगभग दोगुना करके पाँच गीगावाट प्रति वर्ष (5 GW per year) करने का लक्ष्य है।
– इलेक्ट्रोलाइजर विनिर्माण: समूह हरित हाइड्रोजन बनाने में उपयोग किए जाने वाले ‘इलेक्ट्रोलाइजर’ (electrolyser) के विनिर्माण के लिए एक सुविधा स्थापित करने पर भी विचार कर रहा है।

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