नई दिल्ली: देश के इवेंट और प्रदर्शनी जगत के लिए एक बड़ा मंच, India Expo Shop 2025 के पाँचवें संस्करण की शानदार शुरुआत नई दिल्ली के यशोभूमि, द्वारका में हुई है। इंडियन एग्जीबिशन, कॉन्फ्रेंस एंड इवेंट्स सर्विसेज एसोसिएशन (आईईएसए/IESA) द्वारा आयोजित यह दो-दिवसीय कार्यक्रम (12-13 अगस्त) देश के शीर्ष इवेंट सर्विस प्रोवाइडर, नीति-निर्माता और वैश्विक उद्योग जगत के नेताओं को एक साथ लाया है।
इस इवेंट में 100 से अधिक प्रदर्शकों, 300 से अधिक निर्णय-निर्माताओं और 2,000 से अधिक पेशेवरों ने भाग लिया, जिन्होंने एमआईसीई (मीटिंग्स, इंसेंटिव्स, कॉन्फ्रेंसेज और एग्जीबिशन्स) सेक्टर में नवाचार, स्थिरता और भविष्य के अवसरों पर खुलकर चर्चा की।
India Expo Shop 2025 का हुआ भव्य शुभारंभ
इस साल के इंडिया एक्सपो शॉप 2025 की सबसे ख़ास बात ‘इवेंटफुल भारत’ का आधिकारिक शुभारंभ रहा।
– क्या है ‘इवेंटफुल भारत’?: यह एक ऐसा अनूठा प्लेटफॉर्म (platform) है जो इवेंट इकोसिस्टम में उभरते और छोटे खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा दिखाने और आगे बढ़ने का मौका देगा।
– उद्घाटन समारोह: इस शानदार शुभारंभ में आईईएसए की महासचिव उमा मेनन, इंडियन एग्जीबिशन इंडस्ट्री एसोसिएशन के अध्यक्ष सूरज धवन और किनेक्सिन आईसीसी (यशोभूमि) ऑपरेटिंग कंपनी के सीईओ (CEO) फिल चुंग सहित कई बड़े नेताओं ने मिलकर इसका अनावरण किया।
भारत के MICE सेक्टर में अपार संभावनाएं
India Expo Shop 2025 में मौजूद विशेषज्ञों ने भारत के एमआईसीई सेक्टर के लिए एक बहुत ही उज्ज्वल भविष्य का अनुमान लगाया।
– आँकड़ों की बात: इंडियन एग्जीबिशन इंडस्ट्री एसोसिएशन के अध्यक्ष सूरज धवन ने कहा कि भारतीय प्रदर्शनी उद्योग का राजस्व अगले तीन वर्षों में दोगुना (double) होने का अनुमान है।
– वैश्विक बाज़ार में हिस्सेदारी: धवन ने बताया कि वैश्विक एमआईसीई उद्योग का मूल्य 870 बिलियन डॉलर है, जिसके 2030 तक 1.5 ट्रिलियन डॉलर तक पहुँचने का अनुमान है। भारत के पास अभी इस बाज़ार का 5% से भी कम हिस्सा है, जिससे हमारी विकास क्षमताएँ बहुत ज़्यादा हैं।
– 2030 तक $100 बिलियन का लक्ष्य: आईईएसए के अध्यक्ष श्री जतिंदर कपूर ने कहा कि भारत का एमआईसीई सेक्टर 2030 तक $100 बिलियन को पार करने के लिए तैयार है।
भविष्य की राह: तकनीक और स्थिरता पर जोर
India Expo Shop 2025 में वक्ताओं ने एमआईसीई सेक्टर के भविष्य को आकार देने वाले पाँच महत्वपूर्ण पहलुओं पर जोर दिया:
1. टेक्नोलॉजी को अपनाना: मानवीय रचनात्मकता को खोए बिना दस गुना तेज़ी से काम करने के लिए टेक्नोलॉजी को अपनाना।
2. टिकाऊ बुनियादी ढाँचा: ऐसा इंफ्रास्ट्रक्चर (infrastructure) बनाना जो टिकाऊ और नवोन्मेषी (innovative) हो।
3. महानगरों से परे विकास: मेट्रो (metro) शहरों से बाहर भी इवेंट्स के लिए नई जगहें विकसित करना।
4. कौशल विकास: हमारे कार्यबल को वैश्विक स्तर के अनुरूप कुशल बनाना।
5. स्थिरता को अनिवार्य बनाना: स्थिरता (sustainability) को केवल एक विकल्प नहीं, बल्कि एक अनिवार्य शर्त के रूप में अपनाना।
स्किलिंग और नवाचार का मंच
India Expo Shop 2025 ने ज्ञान, मेंटरशिप (mentorship) और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए कई सत्रों और कार्यशालाओं का आयोजन किया।
– समझौता ज्ञापन (MoU): इस आयोजन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा आईईएसए और मीडिया एंड एंटरटेनमेंट स्किल काउंसिल के बीच हस्ताक्षरित एक समझौता ज्ञापन (MoU) था, जिसका उद्देश्य भारत के इवेंट्स उद्योग में प्रतिभा को कुशल और उन्नत बनाना है।
– चर्चा के विषय: सत्रों में `अपस्किलिंग` की भूमिका, इमर्सिव टेक्नोलॉजी (immersive technology), एआई टूल्स (AI tools) और जनरेशन जेड (Gen Z) जैसे विषयों पर चर्चा हुई।
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