आर्सेलरमित्तल निप्पॉन स्टील इंडिया ने लॉन्च की अत्याधुनिक गैल्वनाइजिंग लाइन: ऑटोमोटिव सेक्टर को मिलेगी मजबूती

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सूरत, गुजरात/स्टाफ टीम। भारत के स्टील उद्योग के लिए एक बड़ी खबर है। आर्सेलरमित्तल निप्पॉन स्टील इंडिया (ArcelorMittal Nippon Steel India – AM/NS India) ने गुजरात के हजीरा स्थित अपने प्रमुख संयंत्र (flagship plant) में एक नई और अत्याधुनिक कंटीन्यूअस गैल्वनाइजिंग लाइन (Continuous Galvanizing Line – CGL) का सफलतापूर्वक शुभारंभ कर दिया है। यह कदम भारतीय ऑटोमोटिव सेक्टर (automotive sector) के लिए गेम चेंजर (game changer) साबित होगा, क्योंकि इसके साथ ही AM/NS India भारत की एकमात्र ऐसी कंपनी बन गई है जो 1180 मेगापास्कल (MPa) तक की मजबूती वाली एडवांस हाई-स्ट्रेंथ स्टील (Advanced High-Strength Steel – AHSS) का उत्पादन कर रही है। यह स्टील ऑटोमोबाइल उद्योग के लिए अत्यधिक सुरक्षित, टिकाऊ (durable) और ईंधन की बचत (fuel-efficient) करने वाली मानी जाती है।

60,000 करोड़ रुपये की विस्तार परियोजना का महत्वपूर्ण हिस्सा

यह कमीशनिंग (commissioning) AM/NS India के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। कंपनी अपनी **60,000 करोड़ रुपये की महत्वाकांक्षी विस्तार परियोजना** को रणनीतिक रूप से क्रियान्वित कर रही है, जिसका उद्देश्य अपस्ट्रीम (upstream), डाउनस्ट्रीम (downstream) और अन्य सक्षम सुविधाओं (enabling facilities) को विकसित करना है। इस विस्तार परियोजना का उद्घाटन स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा 2022 में इंटीग्रेटेड स्टील प्लांट (integrated steel plant) के रूप में किया गया था। इसका मुख्य लक्ष्य उभरती मांगों को पूरा करने के लिए स्टील ग्रेड (steel grades) के विविध पोर्टफोलियो (diverse portfolio) में उत्पादन क्षमता को बढ़ाना है। नई CGL इकाई इसी व्यापक विस्तार योजना का एक अहम हिस्सा है।

आयात पर निर्भरता खत्म, वैश्विक तकनीक का भारत में उत्पादन

नई CGL इकाई कंपनी की मूल कंपनियों — आर्सेलरमित्तल (ArcelorMittal) और निप्पॉन स्टील (Nippon Steel)** के वैश्विक अनुभव (global experience) और अत्याधुनिक तकनीक (cutting-edge technology) पर आधारित है। यह भारतीय ऑटोमोटिव सेक्टर में एक बड़ा परिवर्तन लाएगी, क्योंकि अब तक इस प्रकार के उच्च-ग्रेड स्टील के लिए भारत आयात पर बहुत अधिक निर्भर था। यह आत्मनिर्भर भारत (Atmanirbhar Bharat) की दिशा में एक बड़ा कदम है।

इस नई इकाई में गैल्वनाइज्ड (Galvanized Iron – GI) और गैल्वनिएल्ड (Galvannealed – GA) कोटेड फ्लैट स्टील (coated flat steel) का उत्पादन होगा, जिसमें आर्सेलरमित्तल और निप्पॉन स्टील के लाइसेंस प्राप्त विशिष्ट उत्पाद भी शामिल होंगे। यह नई स्टील हाई-फॉर्मेबल (high-formable), रीसायक्लेबल (recyclable) और वजन में हल्की (lightweight) होगी। हल्के वजन वाली स्टील ऑटोमोबाइल के कुल वजन को कम करने में मदद करती है, जिससे ईंधन की बचत होती है। यह विशेष रूप से वर्ष 2027 से लागू होने वाले कॉर्पोरेट एवरेज फ्यूल एफिशिएंसी (Corporate Average Fuel Efficiency – CAFE) फेज-III मानकों के लिए बेहद अहम है, क्योंकि ये मानक वाहन निर्माताओं को बेहतर ईंधन दक्षता वाले वाहन बनाने के लिए मजबूर करेंगे।

सीईओ दिलीप ऊम्मेन का विजन: ‘विकसित भारत@2047’ में योगदान

आर्सेलरमित्तल निप्पॉन स्टील इंडिया (AM/NS India) के सीईओ दिलीप ऊम्मेन ने इस उपलब्धि पर गर्व व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “अपनी तरह की पहली CGL लाइन की कमीशनिंग, हमारी विस्तार परियोजना में एक और महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, जिसका उद्घाटन माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने किया था।” ऊम्मेन ने जोर देकर कहा कि इस महत्वाकांक्षी परियोजना के प्रयास अब फलीभूत हो रहे हैं।

उन्होंने आगे कहा, “हम गर्व से कह सकते हैं कि नई लाइन और आगामी सुविधाएँ ऐसे स्टील का उत्पादन करने के लिए डिज़ाइन की गई हैं जो वर्तमान में विकसित देशों में उपलब्ध उत्पादों की गुणवत्ता के अनुरूप है। हम देश को ‘विकसित भारत@2047’ के लक्ष्य की ओर बढ़ते हुए, अपनी श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ उत्पाद प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।” यह दर्शाता है कि AM/NS India केवल व्यावसायिक लक्ष्यों को ही नहीं, बल्कि राष्ट्रीय विकास के लक्ष्यों को भी प्राथमिकता दे रही है।

ऊम्मेन ने अपनी मूल कंपनियों के निरंतर सहयोग का भी जिक्र किया, जिसने उन्हें “नए मानक स्थापित करने और विश्वस्तरीय उत्पाद उपलब्ध कराने की क्षमता को और अधिक सुदृढ़” करने में मदद की है। उन्होंने विशेष रूप से “भारत का अब तक का सबसे मजबूत स्टील” के उत्पादन पर प्रकाश डाला, जो ऑटोमोटिव क्षेत्र की बदलती आवश्यकताओं को पूरा करेगा। उनका मानना है कि यह नई इकाई आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक मजबूत कदम है, जो देश के भीतर स्टील उत्पादन बढ़ाकर आयात पर निर्भरता को कम करेगा।

‘मेक इन इंडिया’ और स्थिरता लक्ष्यों को समर्थन

यह नई गैल्वनाइजिंग इकाई कंपनी की डाउनस्ट्रीम क्षमताओं में उल्लेखनीय वृद्धि को दर्शाती है और मूल्यवर्धित उत्पादों (value-added products) के पोर्टफोलियो को विस्तार देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह CGL लाइन ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ जैसी प्रमुख पहलों को सशक्त समर्थन प्रदान करेगी। साथ ही, यह नई पीढ़ी को स्टील क्षेत्र की ओर आकर्षित करने में भी स्थायी भूमिका निभाएगी, जिससे कुशल कार्यबल का विकास होगा। भारत सरकार की **उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (Production Linked Incentive – PLI) योजना** सहित अन्य प्रयासों को ध्यान में रखते हुए यह पहल घरेलू स्तर पर मूल्यवर्धित स्टील उत्पादन को प्रोत्साहन देती है।

पर्यावरण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दर्शाते हुए, इस सुविधा में अत्याधुनिक पर्यावरणीय तकनीकों (environmental technologies) का भी उपयोग किया गया है। इनमें वेस्ट हीट रिकवरी (waste heat recovery), थर्मल एनर्जी कंट्रोल (thermal energy control), रीजेनरेटिव इलेक्ट्रिक ड्राइव्स (regenerative electric drives) और इलेक्ट्रोलिटिक हाइड्रोजन (electrolytic hydrogen – H₂) का प्रयोग शामिल है। इससे पारंपरिक CGL की तुलना में CO₂ उत्सर्जन में उल्लेखनीय कमी संभव होगी, जो कंपनी के ग्रीन स्टील (green steel) और स्थिरता लक्ष्यों (sustainability goals) के अनुरूप है।

AM/NS India की विस्तार योजना के तहत हजीरा में कंपनी की वर्तमान 9 मिलियन टन प्रति वर्ष (MTPA) की क्षमता को 15 MTPA और उसके बाद 24 MTPA तक बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें अपस्ट्रीम और डाउनस्ट्रीम दोनों स्टील निर्माण सुविधाएं शामिल हैं।

इसके अतिरिक्त, कंपनी आंध्र प्रदेश में भी एक इंटीग्रेटेड स्टील प्लांट स्थापित करने जा रही है, जिसके लिए भूमि अधिग्रहण (land acquisition) की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। ओडिशा में भी कंपनी के नए संयंत्र के लिए कार्य प्रगति पर है, जहां कंपनी की उपस्थिति पहले से ही है। AM/NS India डीकार्बनाइजेशन (decarbonization) के प्रयासों को भी तेज़ी से आगे बढ़ा रही है। कंपनी नवीकरणीय ऊर्जा (renewable energy) के अधिकतम उपयोग, ऊर्जा-कुशल तकनीक को अपनाने और लो-कार्बन मार्गों (low-carbon routes) की खोज के लिए भी प्रतिबद्ध है, जो भारत के पर्यावरणीय लक्ष्यों के साथ पूर्णतः मेल खाता है। यह सब भारत को एक स्वच्छ और हरित औद्योगिक भविष्य की ओर ले जाने में मदद करेगा।

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