नई दिल्ली: एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani ) ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि उनका ध्यान वेतन (salary) से ज़्यादा कंपनी की वृद्धि पर है। रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) की ताज़ा वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, मुकेश अंबानी ने लगातार पाँचवें साल भी कंपनी से कोई वेतन नहीं लिया है।
मुकेश अंबानी ने COVID-19 महामारी के बाद, वित्त वर्ष 2020-21 से वेतन लेना बंद कर दिया था। उन्होंने फ़ैसला किया था कि जब तक कंपनी और उसके सभी कारोबार पूरी तरह से अपनी आय क्षमता पर वापस नहीं आ जाते, तब तक वह कोई वेतन नहीं लेंगे। हालाँकि, जहाँ एक तरफ़ उनका वेतन शून्य रहा, वहीं लाभांश (dividend) उनकी आय का मुख्य स्रोत बना हुआ है।
Mukesh Ambani ने क्यों नहीं ली सैलरी?
मुकेश अंबानी ने 2008-09 से 2019-20 तक अपने वार्षिक वेतन को ₹15 करोड़ पर सीमित कर दिया था। यह तब की बात है, जब बाज़ार में कई कंपनियों के सीईओ (CEO) बहुत ज़्यादा वेतन ले रहे थे। कोविड-19 महामारी के बाद, उन्होंने कंपनी के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दिखाते हुए वेतन पूरी तरह से छोड़ने का फ़ैसला किया। उनका मानना था कि इस मुश्किल समय में उनका यह क़दम कंपनी और उसके कर्मचारियों के मनोबल के लिए ज़रूरी था। यह दिखाता है कि उनके लिए व्यक्तिगत फ़ायदा नहीं, बल्कि कंपनी का हित सर्वोपरि है।
प्रवर्तक समूह को मिला ₹3,600 करोड़ से ज़्यादा का लाभांश
जहाँ व्यक्तिगत वेतन की बात करें तो Mukesh Ambani ने कोई पैसा नहीं लिया, लेकिन लाभांश के रूप में उनकी आय काफ़ी ज़्यादा है।
– प्रत्यक्ष लाभांश: मुकेश अंबानी के पास कंपनी के सीधे 1.61 करोड़ शेयर हैं। कंपनी द्वारा वित्त वर्ष 2024-25 के लिए घोषित ₹5.50 प्रति शेयर लाभांश के आधार पर, उन्हें ₹8.85 करोड़ की लाभांश आय मिली।
– प्रवर्तक समूह का लाभांश: जिन प्रवर्तक समूह (promoter group) की कंपनियों पर अंबानी का नियंत्रण है, उनके पास कुल 664.5 करोड़ शेयर या 50.07% हिस्सेदारी है। इस हिस्सेदारी पर उन्हें ₹3,655 करोड़ की शानदार लाभांश आय मिली।
यह आंकड़ा साफ़ करता है कि वेतन न लेने के बावजूद, कंपनी की सफ़लता का लाभ उन्हें लाभांश के रूप में मिलता रहता है।
रिलायंस के अन्य बोर्ड सदस्यों और बच्चों का पारिश्रमिक
वार्षिक रिपोर्ट में मुकेश अंबानी के अलावा अन्य प्रमुख लोगों के वेतन का भी ज़िक्र है।
– निखिल और हितल मेसवानी: मुकेश अंबानी के चचेरे भाई निखिल और हितल मेसवानी का वेतन 2024-25 में थोड़ा कम होकर ₹25 करोड़ रह गया।
– पी एम एस प्रसाद: कार्यकारी निदेशक पी एम एस प्रसाद का वेतन 2024-25 में बढ़कर ₹19.96 करोड़ हो गया।
रिलायंस में एक नई पीढ़ी का उदय
Mukesh Ambani के तीनों बच्चों – ईशा, आकाश और अनंत – को अक्टूबर 2023 में शून्य वेतन पर बोर्ड में नियुक्त किया गया था।
– ईशा और आकाश: इन दोनों को ‘सिटिंग फ़ीस’ के रूप में ₹6 लाख और कमीशन के रूप में ₹2.27 लाख मिले।
– अनंत अंबानी: सबसे छोटे बेटे अनंत अंबानी को रिलायंस बोर्ड में कार्यकारी निदेशक (Executive Director) नियुक्त किया गया है और चालू वित्त वर्ष से उन्हें ₹10 करोड़ से ₹20 करोड़ के बीच वेतन मिलेगा।
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