लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य के आईटीआई (Industrial Training Institute) प्रशिक्षित युवाओं के लिए रोजगार के अवसरों को और बेहतर बनाने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। कौशल विकास और परामर्श सेवाएँ (skill development and consulting services) प्रदान करने वाली कंपनी विजन इंडिया सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड (Vision India Services Pvt. Ltd.) के साथ तीन साल के लिए एक रणनीतिक सहयोग (strategic collaboration) का नवीनीकरण किया गया है। यह साझेदारी प्रदेश के कुशल युवाओं को सीधे उद्योगों से जोड़ने और उनके भविष्य को सुरक्षित बनाने पर केंद्रित है।
एमओयू पर हस्ताक्षर: ‘जस्टजॉब’ पोर्टल बनेगा मुख्य सेतु
रविवार को जारी एक बयान के अनुसार, इस नए समझौता ज्ञापन (Memorandum of Understanding – MoU) पर लखनऊ में हस्ताक्षर किए गए। उत्तर प्रदेश सरकार के प्रशिक्षण निदेशालय में निदेशक, अभिषेक सिंह, और विजन इंडिया के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ), विवेक कुमार, ने इस महत्वपूर्ण समझौते पर हस्ताक्षर किए।
यह तीन साल का एमओयू विजन इंडिया और उत्तर प्रदेश के प्रशिक्षण विभाग के बीच समन्वय (coordination) को और अधिक सुगम बनाएगा। इसका मुख्य उद्देश्य छात्र पंजीकरण, डिजिटल प्रशिक्षण (digital training) और संस्थागत समन्वय (institutional coordination) के माध्यम से युवाओं को उद्योगों में रोजगार के विभिन्न अवसरों से जोड़ना है।
बयान में यह भी बताया गया कि इस सहयोग का केंद्र विजन इंडिया द्वारा संचालित नौकरी पोर्टल ‘जस्टजॉब’ (JustJob) होगा। यह पोर्टल विशेष रूप से औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) और डिप्लोमा (diploma) अभ्यर्थियों के लिए नौकरियों के बारे में वास्तविक समय (real-time) में जानकारी प्रदान करता है। ‘जस्टजॉब’ को इस तरह से डिज़ाइन किया गया है कि यह कुशल युवाओं को सीधे उद्योग की मांग (industry demand) के अनुरूप उपयुक्त अवसरों से जोड़ सके। यह सुनिश्चित करेगा कि सही कौशल वाले व्यक्ति को सही नौकरी मिल सके, जिससे कौशल अंतर (skill gap) को प्रभावी ढंग से भरा जा सके।
विजन इंडिया का मिशन: भारत के कुशल युवाओं को सशक्त बनाना
इस अवसर पर विजन इंडिया के सीईओ विवेक कुमार ने इस साझेदारी के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “जस्टजॉब पोर्टल के ज़रिए हमारा मिशन देश के कुशल युवाओं को भारत के सबसे तेज़ी से बढ़ते उद्योगों से जोड़ना है।” उन्होंने आगे कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार के साथ यह निरंतर साझेदारी उन्हें अपना प्रभाव बढ़ाने और रोजगार तक समान पहुंच (equal access to employment) सुनिश्चित करने में मदद करेगी।
यह बयान दर्शाता है कि विजन इंडिया केवल एक सेवा प्रदाता नहीं है, बल्कि देश के युवा कार्यबल (workforce) को सशक्त बनाने के लिए एक बड़ा विजन रखता है। उत्तर प्रदेश जैसे विशाल राज्य में, जहाँ हर साल बड़ी संख्या में युवा आईटीआई से प्रशिक्षित होकर निकलते हैं, यह पहल उनके लिए एक बड़ा अवसर प्रदान करती है, जिससे वे अपनी शिक्षा और कौशल का सही उपयोग कर सकें।
यूपी सरकार का कौशल विकास और रोजगार सृजन पर ध्यान
उत्तर प्रदेश सरकार राज्य में कौशल विकास (skill development) और रोजगार सृजन (job creation) पर लगातार फोकस कर रही है। आईटीआई प्रशिक्षित युवाओं को सीधे उद्योग से जोड़ने की यह पहल इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह न केवल युवाओं को आत्मनिर्भर (self-reliant) बनने में मदद करेगी, बल्कि राज्य की अर्थव्यवस्था (economy) को भी मजबूत करेगी।
इस साझेदारी से कई तरह के लाभ होने की उम्मीद है:
- बेहतर प्लेसमेंट दरें (Improved Placement Rates): आईटीआई स्नातकों के लिए प्लेसमेंट दरों में सुधार होगा, क्योंकि उन्हें सीधे उन उद्योगों से जोड़ा जाएगा जहाँ कुशल श्रमिकों की वास्तविक मांग है।
- उद्योग की मांग के अनुरूप प्रशिक्षण (Industry-aligned Training): पोर्टल से मिलने वाले डेटा के आधार पर, प्रशिक्षण संस्थानों को उद्योग की बदलती जरूरतों के बारे में जानकारी मिलेगी, जिससे वे अपने प्रशिक्षण कार्यक्रमों को अधिक प्रासंगिक और बाजार-अनुकूल बना सकते हैं।
- डिजिटल सशक्तिकरण (Digital Empowerment): डिजिटल प्रशिक्षण और पोर्टल का उपयोग युवाओं को आधुनिक नौकरी खोज के तरीकों और डिजिटल साक्षरता (digital literacy) से परिचित कराएगा, जो आज के दौर में बेहद ज़रूरी है।
- आर्थिक विकास (Economic Growth): कुशल कार्यबल की उपलब्धता उद्योगों को उत्तर प्रदेश में निवेश करने के लिए प्रोत्साहित करेगी, जिससे राज्य में औद्योगिक विकास और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। यह राज्य के समग्र आर्थिक विकास में योगदान देगा।
यह साझेदारी उत्तर प्रदेश के युवाओं के लिए एक उज्ज्वल भविष्य का मार्ग प्रशस्त करती है और उन्हें देश के आर्थिक विकास में सक्रिय रूप से भाग लेने में सक्षम बनाती है।
