Maruti Suzuki ने Japan India Manufacturing Institute में शुरू किए दाखिले, Automobile skill को बढ़ावा!

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नई दिल्ली: भारत की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया (Maruti Suzuki India) ने मंगलवार को घोषणा की कि उसने हरियाणा के सोनीपत में अपने नव-निर्मित जापान-भारत विनिर्माण संस्थान (Japan-India Institute for Manufacturing – JIM) में पहले बैच के लिए दाखिले शुरू कर दिए हैं। यह पहल देश में कुशल कार्यबल (skilled workforce) तैयार करने और विनिर्माण क्षेत्र को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

JMI सोनीपत: पहला बैच और कोर्सेज

वाहन क्षेत्र की प्रमुख कंपनी मारुति सुजुकी ने एक बयान में बताया कि जेआईएम सोनीपत (JIM Sonepat) के पहले बैच में चार श्रेणियों (categories) में 100 से अधिक छात्रों को प्रवेश मिल सकता है। ये श्रेणियां हैं:

* मैकेनिक मोटर व्हीकल (Mechanic Motor Vehicle – MMV)
* मशीनिस्ट (Machinist)
* वेल्डर (Welder)
* फिटर (Fitter)

यह दिखाता है कि संस्थान ऑटोमोबाइल उद्योग की बुनियादी ज़रूरतों को पूरा करने वाले स्किल्ड प्रोफेशनल्स (skilled professionals) तैयार करने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। कंपनी ने यह भी बताया कि पहला शैक्षणिक सत्र सितंबर 2025 में शुरू होगा, और संस्थान की स्थापना के लिए ₹10 करोड़ की राशि आवंटित की गई है।

हरियाणा सरकार का सहयोग और मारुति सुजुकी का विजन

मारुति सुजुकी इंडिया (MSI) के वरिष्ठ कार्यकारी अधिकारी (कॉर्पोरेट मामले) राहुल भारती (Rahul Bharti) ने इस अवसर पर हरियाणा सरकार का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “हरियाणा के ऊंचा माजरा में अपना पहला जेआईएम स्थापित करने के बाद, हम राज्य में दूसरा जेआईएम स्थापित करने का अवसर देने के लिए हरियाणा सरकार के आभारी हैं।” यह दर्शाता है कि हरियाणा सरकार भी राज्य में कौशल विकास और औद्योगिक वृद्धि को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है।

सोनीपत में जेआईएम की स्थापना के लिए एक समझौता ज्ञापन (Memorandum of Understanding – MoU) पर हस्ताक्षर किए गए थे, जिसके तहत हरियाणा सरकार ने संस्थान के लिए ज़मीन और भवन उपलब्ध कराया है। वहीं, मारुति सुजुकी ने प्रशिक्षण के लिए एक असेंबली लाइन (assembly line for training) स्थापित की है, और पाठ्यक्रम तैयार किया है। कंपनी इस संस्थान के पूरे संचालन का प्रबंधन (manage the entire operations) करेगी। यह पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (Public-Private Partnership – PPP) मॉडल का एक बेहतरीन उदाहरण है, जहां सरकार और निजी क्षेत्र मिलकर देश के विकास के लिए काम कर रहे हैं।

जेआईएम का उद्देश्य और महत्व

जापान-भारत विनिर्माण संस्थान (JIM) भारत सरकार की ‘मेक इन इंडिया’ (Make in India) और ‘स्किल इंडिया’ (Skill India) पहलों के तहत स्थापित किए जा रहे हैं। इनका मुख्य उद्देश्य जापानी विनिर्माण तकनीकों, कार्य संस्कृति और ‘काइजिन’ (Kaizen) जैसे सिद्धांतों को भारतीय युवाओं में विकसित करना है। इससे न केवल ऑटोमोबाइल उद्योग को कुशल कार्यबल मिलेगा, बल्कि भारतीय युवाओं को भी बेहतर रोज़गार के अवसर प्राप्त होंगे।

यह संस्थान छात्रों को उद्योग-विशिष्ट कौशल (industry-specific skills) प्रदान करेगा जो उन्हें सीधा रोज़गार प्राप्त करने में मदद करेगा। साथ ही, जापानी विनिर्माण प्रथाओं की शिक्षा से भारतीय उद्योगों में गुणवत्ता, दक्षता और उत्पादकता में सुधार आएगा। सोनीपत में इस दूसरे जेआईएम की स्थापना हरियाणा क्षेत्र में औद्योगिक विकास और कौशल निर्माण को और गति देगी।

 

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