नई दिल्ली: सेंचुरी प्लाईबोर्ड्स (इंडिया) लिमिटेड Century Plyboards ने बाजार में असंगठित क्षेत्र (unorganized sector) से आ रहे घटिया मटेरियल्स पर गंभीर चिंता जताई है। MATECIA 2025 प्रदर्शनी में कंपनी के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर केशव भजनका ने कहा कि ऐसे घटिया माल बनाने वालों पर नकेल कसने की जरूरत है क्योंकि इससे ग्राहकों का भरोसा टूटता है । उन्होंने कहा कि सरकार ने इस दिशा में कदम उठाए हैं, जिसके चलते अगले पांच साल प्लाईबोर्ड्स इंडस्ट्री के लिए काफी अहम होने वाले हैं।
MATECIA जैसे आयोजनों का क्या है महत्व?
केशव भजनका ने “भविष्य का विकास: पैनल प्रोडक्ट्स, डेकोरेटिव और इंटीरियर बिजनेस का उदय” (Future Growth: The Rise of Panel Products, Decorative and Interior Business) विषय पर मुख्य भाषण दिया । उन्होंने MATECIA 2025 की तारीफ करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन उद्योग को एक मजबूत प्लेटफॉर्म (platform) देते हैं ।
उन्होंने कहा कि यह देश की प्रमुख आर्किटेक्चर, बिल्डिंग मटेरियल्स और इंटीरियर प्रोडक्ट्स प्रदर्शनियों में से एक है । यहां आर्किटेक्ट्स, बिल्डर्स, निर्माताओं और डिजाइनर्स को एक साथ लाया जाता है, जहां वे नए इनोवेशन (innovation), टेक्नोलॉजी और भविष्य के ट्रेंड्स (trends) पर चर्चा करते हैं ।
प्रदर्शनी में, सेंचुरीप्लाई ने अपने नए वुड पैनल सॉल्यूशंस, लेमिनेट्स और पर्यावरण-अनुकूल (eco-friendly) उत्पादों की एक पूरी श्रृंखला प्रदर्शित की । यह दिखाता है कि कंपनी जिम्मेदारी के साथ उत्पादन करने को लेकर कितनी गंभीर है ।
‘होम डिपो जैसी भारतीय कंपनी की जरूरत’
भजनका ने भारतीय उद्योग की मौजूदा प्रगति की तुलना लगभग दो दशक पहले चीन के टर्निंग पॉइंट (turning point) से की । उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत को “होम डिपो (Home Depot) जैसी एक भारतीय कंपनी” की जरूरत है । इसका मतलब है कि देश में संगठित रिटेल (organized retail) और ब्रांडेड होम-इम्प्रूवमेंट सॉल्यूशंस के लिए नए अवसर बनने चाहिए । यह बाजार को एक नई दिशा देगा ।
उन्होंने यह भी बताया कि आज लगभग 75,000 करोड़ रुपये के इस उद्योग के 8-9% की सीएजीआर (CAGR) से बढ़ने की उम्मीद है ।
प्लाईवुड से आगे बढ़ता भारतीय उद्योग
भजनका ने भारतीय पैनल उद्योग के विकास पर विस्तार से बात की । उन्होंने कहा कि 15 साल पहले यह मुख्य रूप से प्लाईवुड पर निर्भर था । लेकिन आज इसका स्वरूप पूरी तरह से बदल गया है । अब बाजार में एमडीएफ (MDF), पार्टिकल बोर्ड, पीवीसी, इंजीनियर्ड विनीअर्स और हाई-परफॉर्मेंस लैमिनेट्स जैसे नए प्रोडक्ट्स भी शामिल हो गए हैं ।
उन्होंने कहा कि घरों की बढ़ती मांग, मध्यम वर्ग की बदलती पसंद और आर्किटेक्ट्स व डिजाइनरों के प्रभाव ने टियर 2 और टियर 3 शहरों में भी डिमांड को पूरी तरह बदल दिया है ।
Century Plyboards का परिवर्तन और सफलता
सेंचुरीप्लाई का खुद का बदलाव इस उद्योग में हो रहे परिवर्तन का एक उदाहरण है । 2016 में जहां कंपनी की कुल आय (revenue) का लगभग 80% हिस्सा प्लाईवुड से आता था, आज यह घटकर करीब 60% रह गया है । कंपनी ने बाकी हिस्सों के लिए दूसरे सेगमेंट में आक्रामक रूप से विविधीकरण (diversification) किया है ।
अब, एमडीएफ इसका सबसे तेजी से बढ़ने वाला सेगमेंट बन चुका है । इसके साथ ही, कंपनी ने पार्टिकल बोर्ड और पीवीसी के सेगमेंट में भी कदम रखा है, जिससे इसकी लीडरशिप (leadership) और मजबूत हुई है ।
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