नई दिल्ली: गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (NBFC – Non-Banking Financial Company) लक्ष्मी इंडिया फाइनेंस लिमिटेड (Laxmi India Finlease Limited) अपना ₹254 करोड़ का आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (Initial Public Offering – IPO) लेकर आ रही है। यह आईपीओ 29 जुलाई को खुलेगा और निवेशकों के लिए 31 जुलाई को बंद होगा। कंपनी ने बुधवार को इसके लिए ₹150-158 प्रति शेयर का मूल्य दायरा (price band) तय किया है।
Laxmi India Finance आईपीओ की संरचना और फंड का उपयोग
जयपुर स्थित यह कंपनी अपने आईपीओ के ज़रिए 1.84 करोड़ इक्विटी शेयरों (equity shares) का नया निर्गम (fresh issue) और प्रवर्तकों (promoters) द्वारा 56.38 लाख शेयरों की बिक्री पेशकश (Offer For Sale – OFS) का संयोजन पेश कर रही है। कुल मिलाकर, मूल्य दायरे के ऊपरी स्तर पर, इस आईपीओ का आकार ₹254.26 करोड़ आंका गया है।
कंपनी ने बताया कि नए शेयरों की बिक्री से प्राप्त राशि का उपयोग मुख्य रूप से अपने पूंजी आधार को मजबूत करने (strengthening capital base) के लिए किया जाएगा। यह पूंजी कंपनी को ऋण (lending) और सामान्य कंपनी कामकाज (general corporate purposes) के लिए भविष्य की पूंजीगत ज़रूरतों को पूरा करने में मदद करेगी। एक मजबूत पूंजी आधार NBFC के लिए महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि यह उसे अधिक ऋण देने और अपनी व्यावसायिक गतिविधियों का विस्तार करने में सक्षम बनाता है।
लक्ष्मी इंडिया फाइनेंस: सेवाएं और नेटवर्क
लक्ष्मी इंडिया फाइनेंस एक गैर-जमा NBFC (non-deposit taking NBFC) है। यह ग्राहकों को विभिन्न प्रकार के ऋण उत्पाद पोर्टफोलियो प्रदान करती है, जिनमें शामिल हैं:
* एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु और मझोले उद्यम) ऋण (MSME loans)
* वाहन ऋण (vehicle loans)
* निर्माण ऋण (construction finance)
* अन्य ऋण समाधान (other loan solutions)
कंपनी का परिचालन नेटवर्क काफी व्यापक है, जो मार्च 2025 तक राजस्थान, गुजरात, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और उत्तर प्रदेश के ग्रामीण, अर्ध-शहरी और शहरी क्षेत्रों में 158 शाखाओं (branches) तक फैला हुआ है। यह भौगोलिक पहुंच कंपनी को एक बड़े ग्राहक आधार तक पहुंचने में मदद करती है।
Laxmi India Finance वित्तीय प्रदर्शन
वित्तीय मोर्चे पर, लक्ष्मी इंडिया फाइनेंस ने प्रभावशाली वृद्धि दर्ज की है। मार्च 2025 तक, कंपनी की प्रबंधनाधीन परिसंपत्तियां (Assets Under Management – AUM) 36 प्रतिशत की सालाना वृद्धि दर (CAGR – Compound Annual Growth Rate) से बढ़कर ₹1,277 करोड़ हो गईं, जो मार्च 2023 में ₹687 करोड़ थीं। AUM में यह लगातार वृद्धि कंपनी के मजबूत ऋण पोर्टफोलियो और बाज़ार में बढ़ती उपस्थिति को दर्शाती है।
Laxmi India Finance निवेशकों के लिए अवसर
लक्ष्मी इंडिया फाइनेंस का आईपीओ उन निवेशकों के लिए एक आकर्षक अवसर हो सकता है जो भारत के बढ़ते NBFC क्षेत्र में निवेश करना चाहते हैं, खासकर ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में। कंपनी की मजबूत AUM वृद्धि, विविध ऋण उत्पाद और व्यापक नेटवर्क इसे निवेश के लिए एक अच्छा विकल्प बना सकते हैं।
हालांकि, किसी भी आईपीओ में निवेश करने से पहले, निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे कंपनी के प्रॉस्पेक्टस का सावधानीपूर्वक अध्ययन करें, उसके व्यवसाय मॉडल, वित्तीय प्रदर्शन, प्रबंधन टीम और उद्योग के रुझानों का विश्लेषण करें, और यदि आवश्यक हो तो वित्तीय सलाहकारों से परामर्श लें।
