नई दिल्ली: रियल एस्टेट कंपनी ATS Infrastructure के लिए यह एक बड़ी सफलता है। कंपनी ने सरकार समर्थित ‘स्ट्रेस फंड’ (Stress Fund) ‘स्वामी’ (SWAMIH – Special Window for Affordable & Mid-Income Housing) को मूलधन और ब्याज के रूप में लगभग ₹190 करोड़ का भुगतान कर दिया है। ‘स्वामी’ कोष ने गुरुग्राम में एटीएस की एक रुकी हुई आवास परियोजना ‘एटीएस मैरीगोल्ड’ (ATS Marigold) में ₹133 करोड़ का निवेश किया था, जिससे यह परियोजना फिर से पटरी पर आ सकी।
परियोजना का पुनरुद्धार और ‘स्वामी’ कोष का योगदान
एटीएस ग्रुप के प्रबंध निदेशक उदयवीर आनंद (Udayveer Anand) ने इस उपलब्धि पर खुशी ज़ाहिर करते हुए कहा, “हमने गुरुग्राम स्थित अपनी परियोजना ‘एटीएस मैरीगोल्ड’ में ₹133 करोड़ की मूल राशि चुकाकर ‘स्वामी’ कोष को निकासी दे दी है।” कंपनी ने इस मूल राशि के अलावा ₹57 करोड़ ब्याज (₹57 crore in interest) के रूप में भी चुकाए हैं।
आनंद ने बताया कि ‘स्वामी’ कोष ने इस परियोजना को पूरा करने में महत्वपूर्ण मदद की है। ‘एटीएस मैरीगोल्ड’ परियोजना में छह टावर (six towers) में कुल 422 इकाइयां (422 units) शामिल हैं। कंपनी को यह धनराशि ऐसे समय में मिली थी जब कोविड-19 महामारी (Covid-19 pandemic) के कारण धीमी बिक्री के चलते परियोजना भारी नकदी संकट (cash crunch) से जूझ रही थी। ऐसे में ‘स्वामी’ कोष का निवेश परियोजना के लिए एक जीवन रेखा साबित हुआ।
परियोजना की स्थिति और बाज़ार मूल्य में उछाल
एटीएस इन्फ्रास्ट्रक्चर ने अब इस परियोजना के लिए अधिभोग प्रमाण पत्र (Occupancy Certificate – OC) भी प्राप्त कर लिया है, जिसका अर्थ है कि इकाइयां अब खरीदारों को सौंपने के लिए तैयार हैं। यह डेवलपर्स और घर खरीदारों दोनों के लिए एक बड़ी राहत की बात है।
इस परियोजना में, ‘स्वामी’ कोष ने फरवरी 2021 में प्रवेश किया था। उस समय परियोजना में लगभग 4.5 लाख वर्ग फुट (4.5 lakh sq ft) बिना बिका क्षेत्रफल था और बिक्री की गति अपेक्षाकृत धीमी थी। उस समय औसत मूल्य बिंदु ₹6,000-₹6,500 प्रति वर्ग फुट (₹6,000-₹6,500 per sq ft) था।
लेकिन ‘स्वामी’ कोष के निवेश और परियोजना के पूरा होने के बाद, स्थिति पूरी तरह बदल गई है। परियोजना में वर्तमान बाज़ार मूल्य ₹13,500-₹15,000 प्रति वर्ग फुट (₹13,500-₹15,000 per sq ft) के दायरे में बताया गया है। यह लगभग दोगुनी वृद्धि इस बात का प्रमाण है कि अटकी हुई परियोजनाओं को पूरा करने से डेवलपर्स, निवेशकों और घर खरीदारों सभी को फायदा होता है।
‘स्वामी’ कोष का महत्व और रियल एस्टेट क्षेत्र पर प्रभाव
‘स्वामी’ कोष, भारत सरकार द्वारा स्थापित एक विशेष निधि है, जिसका उद्देश्य फंसे हुए रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स (stalled real estate projects) को वित्तीय सहायता प्रदान करना है ताकि उन्हें पूरा किया जा सके। यह उन लाखों घर खरीदारों के लिए एक आशा की किरण है जिनकी जीवन भर की बचत ऐसी परियोजनाओं में फंसी हुई है।
‘एटीएस मैरीगोल्ड’ परियोजना का सफल समापन और ‘स्वामी’ कोष को समय पर भुगतान, इस मॉडल की प्रभावशीलता को दर्शाता है। यह दर्शाता है कि सही वित्तीय सहायता और समय पर हस्तक्षेप से, रुकी हुई परियोजनाओं को पुनर्जीवित किया जा सकता है, जिससे न केवल डेवलपर्स को मदद मिलती है बल्कि घर खरीदारों को भी उनका घर मिल पाता है, और बाज़ार में विश्वास भी बढ़ता है। यह रियल एस्टेट क्षेत्र में तरलता (liquidity) को भी बढ़ावा देता है और आर्थिक गतिविधियों को गति प्रदान करता है।
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