Sunday, August 10, 2025

BITS Hyderabad के हॉस्टल से शुरू हुए Startup ‘अपोलियन डायनेमिक्स’ ने Army को पहुंचाए Combat Drones

हैदराबाद: यह कहानी है जुनून, नवाचार और देश सेवा की। हैदराबाद स्थित बिट्स पिलानी परिसर (BITS Pilani campus) के एक छात्रावास में शुरू हुए स्टार्टअप ‘अपोलियन डायनेमिक्स’ (Apollon Dynamics) ने भारतीय सेना को स्वदेशी लड़ाकू ड्रोन (combat drones) और कामिकेज (Kamikaze) की आपूर्ति शुरू कर दी है। यह अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है, खासकर यह देखते हुए कि संस्थान के दो युवा छात्रों द्वारा एक साधारण प्रोटोटाइप विनिर्माण इकाई (prototype manufacturing unit) के रूप में शुरू हुए इस रक्षा स्टार्टअप ने अपना अभियान शुरू करने के महज़ दो महीनों में ही यह मुकाम हासिल कर लिया है।

BITS Hyderabad युवा संस्थापकों का कमाल

इस होनहार स्टार्टअप की स्थापना अजमेर के मैकेनिकल इंजीनियरिंग (Mechanical Engineering) के छात्र जयंत खत्री (Jayant Khatri) और कोलकाता के इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग (Electronics Engineering) के छात्र शौर्य चौधरी (Shaurya Chaudhary) ने की। इन दोनों युवा दिमागों ने मिलकर न केवल एक विचार को जन्म दिया, बल्कि उसे हकीकत में भी बदला और अब वे देश की रक्षा में अपना योगदान दे रहे हैं।

अपोलियन डायनेमिक्स भारतीय सेना की विभिन्न इकाइयों को मानव रहित हवाई वाहन (Unmanned Aerial Vehicles – UAVs) की आपूर्ति करेगा। इनमें जम्मू, हरियाणा के चंडीमंदिर, पश्चिम बंगाल के पानागढ़ और अरुणाचल प्रदेश में स्थित सेना की इकाइयां शामिल हैं। यह भौगोलिक पहुंच दर्शाती है कि स्टार्टअप अपनी शुरुआती अवस्था में ही देश के महत्वपूर्ण रक्षा क्षेत्रों तक पहुंच बना चुका है।

BITS Hyderabad  युद्ध का प्रभाव और संस्थान का सहयोग

जयंत खत्री ने मंगलवार को पीटीआई-भाषा को बताया कि रूस-यूक्रेन युद्ध जैसे वैश्विक संघर्षों को देखने के बाद वे आधुनिक युद्ध में ड्रोन की महत्वपूर्ण भूमिका से प्रभावित हुए। इस युद्ध ने यह स्पष्ट कर दिया है कि भविष्य के युद्धों में ड्रोन तकनीक कितनी निर्णायक साबित हो सकती है। इसी प्रेरणा ने उन्हें इस दिशा में काम करने के लिए प्रेरित किया।

उन्होंने आगे कहा कि उनके शैक्षणिक संस्थान, बिट्स पिलानी, ने उनके स्टार्टअप को केंद्र से आठ लाख रुपये का अनुदान (grant of eight lakh rupees) दिलाने में मदद की। यह दर्शाता है कि भारतीय शैक्षणिक संस्थान अब छात्रों को केवल किताबी ज्ञान ही नहीं दे रहे हैं, बल्कि उन्हें उद्यमिता (entrepreneurship) और नवाचार के लिए भी प्रोत्साहित कर रहे हैं। इस तरह का शुरुआती समर्थन किसी भी स्टार्टअप के लिए बेहद महत्वपूर्ण होता है।

BITS Hyderabad रक्षा आपूर्ति में औपचारिक प्रवेश

कंपनी ने बताया कि मई के अंत में चंडीगढ़ में भारतीय सेना के लिए एक सफल सजीव प्रदर्शन (successful live demonstration) के बाद अपोलियन डायनेमिक्स ने आधिकारिक तौर पर रक्षा आपूर्ति पारिस्थितिकी तंत्र (defense supply ecosystem) में प्रवेश किया। किसी भी रक्षा स्टार्टअप के लिए सेना के सामने सफल प्रदर्शन करना एक बड़ा मील का पत्थर होता है, क्योंकि यह उनके उत्पादों की विश्वसनीयता और प्रभावशीलता को साबित करता है।

जयंत ने कहा कि वह कम से कम दो महीने तक मौजूदा ऑर्डर की आपूर्ति में व्यस्त रहेंगे। यह दर्शाता है कि उन्हें सेना से शुरुआती ऑर्डर मिल चुके हैं और वे उनकी पूर्ति के लिए काम कर रहे हैं।

BITS Hyderabad  ‘मेक इन इंडिया’ का उदाहरण

अपोलियन डायनेमिक्स की कहानी भारत सरकार की ‘मेक इन इंडिया’ (Make in India) और ‘आत्मनिर्भर भारत’ (Self-Reliant India) पहलों का एक बेहतरीन उदाहरण है। यह दिखाता है कि कैसे युवा भारतीय प्रतिभाएं देश की रक्षा ज़रूरतों को पूरा करने के लिए स्वदेशी समाधान विकसित कर रही हैं। इससे न केवल आयात पर निर्भरता कम होगी, बल्कि देश में ही उच्च-प्रौद्योगिकी विनिर्माण को भी बढ़ावा मिलेगा।

यह स्टार्टअप भविष्य में भारतीय रक्षा प्रौद्योगिकी क्षेत्र में और अधिक नवाचार और विकास के लिए मार्ग प्रशस्त कर सकता है। यह अन्य युवा उद्यमियों को भी रक्षा और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में कदम रखने के लिए प्रेरित करेगा।

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