मुंबई: भारत की वित्तीय राजधानी मुंबई (Mumbai) में लक्जरी रियल एस्टेट (luxury real estate) बाजार आसमान छू रहा है! इस साल की पहली छमाही (जनवरी-जून 2025) में 10 करोड़ रुपये और उससे अधिक कीमत वाले बेहद आलीशान (अल्ट्रा-लक्जरी – Ultra-luxury) घरों की बिक्री में 20 प्रतिशत की शानदार बढ़ोतरी दर्ज की गई है, जो रिकॉर्ड 14,751 करोड़ रुपये पर पहुंच गई है। यह जानकारी संपत्ति सलाहकार इंडिया सोथबी इंटरनेशनल रियल्टी (India Sotheby’s International Realty – ISIR) और डेटा एनालिटिक्स फर्म सीआरई मैट्रिक्स (CRE Matrix) की मंगलवार को जारी एक रिपोर्ट में दी गई है।
बिक्री के आंकड़े और बाजार का रुझान
यह रिपोर्ट मुंबई के आलीशान आवास बाजार (प्राथमिक और द्वितीयक दोनों – primary and secondary both) पर आधारित है, जो शहर के सबसे महंगे और प्रतिष्ठित इलाकों को कवर करती है। आंकड़ों के अनुसार:
* मूल्य के लिहाज से (In terms of Value): मुंबई में 10 करोड़ रुपये और उससे अधिक कीमत वाले बेहद आलीशान घरों की बिक्री इस साल के पहले छह महीनों में 20 प्रतिशत बढ़कर ₹14,751 करोड़ हो गई। यह आंकड़ा पिछले साल की इसी अवधि में ₹12,285 करोड़ था। यह सीधे तौर पर दिखाता है कि महंगे घरों के लिए खरीदारों में कितनी दिलचस्पी है और वे ज्यादा कीमत चुकाने को भी तैयार हैं।
* मात्रा के लिहाज से (In terms of Volume): इस साल जनवरी-जून में बेहद आलीशान घरों की बिक्री 11 प्रतिशत बढ़कर 692 इकाई (units) हो गई, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में यह 622 इकाई रही थी। बिक्री की इकाइयों में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई है, जो बताता है कि यह केवल कीमतों में वृद्धि का मामला नहीं है, बल्कि वास्तविक लेन-देन (transactions) की संख्या भी बढ़ी है।
मांग में लगातार वृद्धि के कारण
आईएसआईआर के कार्यकारी निदेशक सुदर्शन शर्मा (Sudarshan Sharma) ने इस रिकॉर्ड बिक्री पर टिप्पणी करते हुए कहा, “मुंबई का लक्जरी रियल एस्टेट बाजार एक महत्वपूर्ण मोड़ पर है। वर्ष 2025 की पहली छमाही में रिकॉर्ड बिक्री खासतौर से वर्ली (Worli), प्रभादेवी (Prabhadevi), ताड़देव (Tardeo), मालाबार हिल (Malabar Hill) और बांद्रा पश्चिम (Bandra West) जैसे स्थापित बाजारों में लगातार मांग का संकेत देती है।” ये मुंबई के कुछ सबसे पॉश और महंगे इलाके हैं, जहां ऐसे घरों की मांग हमेशा उच्च स्तर पर रहती है।
शर्मा ने यह भी बताया कि इस मांग में वृद्धि के पीछे दो मुख्य कारण हैं:
* बेहतर बुनियादी ढांचा (Improved Infrastructure): मुंबई में लगातार हो रहे बुनियादी ढांचे के विकास, जैसे नए फ्लाईओवर, कोस्टल रोड और मेट्रो परियोजनाएं, ने कनेक्टिविटी में सुधार किया है, जिससे ये इलाके और अधिक आकर्षक हो गए हैं।
* आलीशान घरों की नई आपूर्ति (New Supply of Luxury Homes): डेवलपर्स भी इस बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए नए और आधुनिक लक्जरी प्रोजेक्ट्स लेकर आ रहे हैं, जिससे खरीदारों को अधिक विकल्प मिल रहे हैं।
सीआरई मैट्रिक्स के संस्थापक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (CEO) अभिषेक किरण गुप्ता (Abhishek Kiran Gupta) ने भी पुष्टि की कि मुंबई के आलीशान आवास बाजार में खरीदारों की दिलचस्पी लगातार बनी हुई है।
लक्जरी रियल एस्टेट का क्रेज: अमीरों का बढ़ता भरोसा
मुंबई में आलीशान घरों की बिक्री में यह उछाल भारत में बढ़ती धन-संपदा (wealth) और अमीर वर्ग के आत्मविश्वास को दर्शाता है। आर्थिक विकास और शेयर बाजार में तेजी से कई व्यक्तियों की संपत्ति में इजाफा हुआ है, जिससे वे उच्च-अंत वाली संपत्तियों में निवेश करने में सक्षम हो रहे हैं। इसके अलावा, रियल एस्टेट को अभी भी भारत में एक सुरक्षित और प्रतिष्ठित निवेश विकल्प माना जाता है, खासकर महंगे सेगमेंट में।
कोविड-19 महामारी के बाद से, लोगों की प्राथमिकताएं बदली हैं। अब वे बड़े, अधिक सुविधाओं वाले और बेहतर गुणवत्ता वाले घरों में निवेश करना पसंद कर रहे हैं। लक्जरी सेगमेंट में मिलने वाली सुविधाएं, जैसे निजी जिम, स्विमिंग पूल, बेहतर सुरक्षा और स्मार्ट होम टेक्नोलॉजी, भी खरीदारों को आकर्षित करती हैं।
यह रुझान बताता है कि मुंबई का रियल एस्टेट बाजार, खासकर लक्जरी सेगमेंट, आने वाले समय में भी मजबूत बना रह सकता है, बशर्ते आर्थिक स्थिरता बनी रहे और बुनियादी ढांचे का विकास जारी रहे।